15 साल की उम्र में बनी ताईक्वांडो ट्रेनर, खुद जीते 4 गोल्ड मेडल, सैकड़ों लड़कियों को बना चुकी हैं फाइटर


बुरहानपुर. सीखने और सिखाने की कोई उम्र नहीं होती है. बच्चे अगर कुछ सीख जाएं, तो वह अपने साथी और आस-पड़ोस के लोगों को भी सिखाने की इच्छा रखते हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले की 15 साल की कनक सिंह भी ऐसी ही बच्ची है. खुद ताईक्वांडो में चार-चार गोल्ड मेडल ले चुकी कनक अपने भाई-बहनों के साथ-साथ अन्य लड़कियों को भी मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दे रही हैं. बुरहानपुर के महाजनापेठ क्षेत्र में रहने वाली 15 वर्षीय कनक सिंह का मानना है कि लोग अपनी रक्षा स्वयं कर सकें, इसके लिए वह मुफ्त ट्रेनिंग देती हैं.

लोकल 18 की टीम से बातचीत करते हुए कनक सिंह ने बताया कि वह पांचवीं कक्षा में थी, तभी से ताइक्वांडो की ट्रेनिंग ले रही हैं. आठवीं में आने के बाद कनक ने छोटे बच्चों को भी ताइक्वांडो का प्रशिक्षण देना शुरू किया. कनक बताती हैं कि वह दो साल से मुफ्त प्रशिक्षण दे रही हैं. बुरहानपुर गुजराती समाज मार्केट की लोकमान्य तिलक एकेडमी में रोजाना 50 बच्चे कनक से ताईक्वांडो की ट्रेनिंग लेने आते हैं. शाम 4 बजे से 7 बजे तक प्रशिक्षण दिया जाता है. यहां पर आपको आधार कार्ड लाकर एंट्री कराना है. इसके बाद आपको रोजाना प्रशिक्षण मिलना शुरू हो जाएगा.

15 साल से चल रही एकेडमी
बुरहानपुर जिले में ताईक्वांडो ट्रेनिंग की यह एकेडमी 15 साल से चल रही है. यहां बच्चों को निशुल्क ताइक्वांडो प्रशिक्षण दिया जाता है. एकेडमी के सुभाष जाधव ने बताया कि अभी तक करीब 1000 से अधिक विद्यार्थी ताइक्वांडो का प्रशिक्षण ले चुके हैं. कनक ने भी यहीं से प्रशिक्षण लिया था. अब वह दूसरे बच्चों को इसकी ट्रेनिंग दे रही है. उन्होंने बताया कि कनक सिंह ने इंदौर, खंडवा और बुरहानपुर में हुई प्रतियोगिताओं में चार बार गोल्ड मेडल जीता है.

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