1975 tsunami portugal caused the biggest devastation many years ago


सुनामी जब भी किसी समुद्र के किनारे पर बसे शहर को अपनी चपेट में लेती है तो हजारों जिंदगियां तबाह हो जाती हैं. यही वजह है कि लोगों को सुनामी के खतरों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 5 नवंबर को वर्ल्ड सुनामी डे मनाया जाता है. आपको बता दें, संयुक्त राष्ट्र ने 2015 में इस दिन को मान्यता दी थी. चलिए आज इस खबर में हम आपको उस सुनामी के बारे में बताते हैं, जिसने मानव इतिहास में सबसे बड़ी तबाही मचाई थी.

1975 में हुई थी ये घटना

साल 1975 पुर्तगाल के लिए एक विनाशकारी वर्ष था. इस साल देश को एक ऐसे सुनामी का सामना करना पड़ा था, जिसने हजारों लोगों की जान ली थी. यह सुनामी 1 नवंबर 1755 के भूकंप के बाद आई थी, जो लिस्बन में हुआ था. 1975 में आई इस सुनामी का मुख्य कारण एक समुद्री भूकंप था, जो पुर्तगाल के तट के पास आया था. इस भूकंप की तीव्रता उस वक्त 7.5 मापी गई थी.

भयानक तबाही मची थी

इस भूकंप के बाद आई सुनामी ने कई शहरों में भयावह तबाही मचाई थी. इस तबाही को लेकर कहा जाता है कि जैसे ही भूकंप के झटके खत्म हुए, समुद्र की ऊंची लहरें तट की ओर तेजी से बढ़ने लगीं. यह लहरें इतनी शक्तिशाली और विशाल थीं कि उन्होंने तट के किनारे पर स्थित सभी चीजों को मिट्टी में मिला दिया.

95000 लोग मरे थे

इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, इस सुनामी ने लगभग 90000 लोगों की जान ले ली. इसके अलावा कई लाख लोग इस सुनामी से प्रभावित हुए. जिन शहरों को इस सुनामी ने तबाह किया, उन्हें दोबारा बसाने में महीनों का समय लगा. कहा जाता है कि इस सुनामी ने लिस्बन और इसके आस-पास के क्षेत्रों के स्कूल, अस्पताल और आवासीय भवनों को बर्बाद कर दिया.

2004 की सुनामी भी बड़ी थी

1975 के अलावा साल 2004 में भी एक ऐसी ही सुनामी आई थी, जिसने भारत समेत दुनिया के 14 देशों के प्रभावित किया था. 26 दिसंबर साल 2004 को 9.1 तीव्रता के भूकंप के बाद हिन्द महासागर में आई सुनामी ने ऐसी तबाही मचाई की 14 देशों के लाखों लोग मौत की नींद सो गए. अकेले भारत में इस सुनामी से लगभग 12 हजार लोगों की मौत हो गई थी.

ये भी पढ़ें: US Election: क्या भारतीय मूल का कोई शख्स बन सकता है अमेरिका का राष्ट्रपति? अगर नहीं तो कमला हैरिस कैसे लड़ रहीं चुनाव



Source link

x