2 लाख से ज्यादा ग्रेजुएशन के छात्र, पीजी में मात्र 14460 सीटें, लेकिन समाधान नहीं मिला सिर्फ आश्वासन


दरभंगा. स्नातक उत्तीर्ण छात्रों के लिए सबसे बड़ी परेशानी पीजी में नामांकन को लेकर हो रही है. क्योंकि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से संचालित दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और बेगूसराय जिले के सभी अंगभूत और मान्यता प्राप्त कॉलेजों में प्रतिवर्ष 2 लाख से ज्यादा छात्र उत्तीर्ण होते हैं. ऐसे में इन चार जिलों के 24 अंगभूत कॉलेज में स्नातकोत्तर की मात्रा 14460 निर्धारित की गई है. खास बात यह है कि महिला कॉलेज समस्तीपुर पूरे जिले में एकमात्र महिलाओं के लिए कॉलेज है. कई बार प्रस्ताव भेजने के बाद भी यहां पीजी की पढ़ाई की अनुमति नहीं दी गई. ऐसे में बेटियों पर सरकार के लंबे-लंबे दावे कितना सही और कितना गलत आप सोच सकते हैं.

यहां पढ़ाई शुरू होने की अनुमति देने के नाम पर अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है. समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर में 1080 सीटें, बीआरबी कॉलेज समस्तीपुर में 500 सीटें, आरबी कॉलेज दलसिंहसराय में 480 सीटें, जिन्हें कुल मिलाकर 2060 सीटों पर पीजी की पढ़ाई होती है. जबकि आरबी कॉलेज दलसिंहसराय में कुछ और विषयों में पीजी की पढ़ाई की अनुमति भी नहीं दी जा रही.

सीटें बढ़ाना राज्य सरकार का काम
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी बताते हैं कि समस्तीपुर, बेगूसराय और मधुबनी के छह कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव सीनेट से पास करके शिक्षा विभाग बिहार सरकार को काफी समय पहले भेजा जा चुका है. इसमें विमेंस कॉलेज समस्तीपुर में पीजी की पढ़ाई शुरू करने और आरबी कॉलेज दलसिंहसराय में कुछ विषयों में पीजी की पढ़ाई की अनुमति देने का प्रस्ताव शामिल है. सीटें बढ़ाना राज्य सरकार का काम है अनुमति मिलते ही पढ़ाई शुरू की जाएगी. विमेंस कॉलेज की अगर हम बात करें तो जिले में एक मात्र विमेंस कॉलेज है समस्तीपुर में जहां प्रत्येक साल 4000 छात्राएं स्नातक उत्तीर्ण होती हैं. प्रधानाचार्य प्रोफेसर सुनीता सिंह ने बताया कि तीन-तीन बार पीजी की पढ़ाई का प्रस्ताव विश्वविद्यालय को भेजा गया है, परंतु अनुमति नहीं मिलने के कारण पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई. ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई बीच में रुक जाती है.

FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 15:53 IST



Source link

x