22 जून को प्रवेश कर रहा आद्रा नक्षत्र, किसानों के लिए होगा शुभ, पुत्र की प्राप्ति के लिए करें यह उपाय
परमजीत कुमार/देवघर. हिन्दू धर्म में आद्रा नक्षत्र का आना बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. सूर्य के आद्रा नक्षत्र में 22 जून की रात में प्रवेश करने जा रहा है. सूर्य के आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करते ही मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है. बैद्यनाथ धाम के ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि किसानों की खेती के लिए तीन नक्षत्र रोहिणी, मृगशिरा और आद्रा अच्छा होता है. इनमें आद्रा नक्षत्र खेती के लिए उत्तम है. वहीं माना जाता है कि सूर्य जब आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो पृथ्वी रजस्वला हो जाती है और तीन दिनों तक आद्रा नक्षत्र के बाद बुवाई नहीं करनी चाहिए.
बैद्यनाथधाम के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुदगल ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि आद्रा नक्षत्र ही किसान की खेती के लिए उत्साह लेकर आता है. ऋषिकेश पंचांग के अनुसार इस साल आद्रा नक्षत्र 22 जून की रात 01 बजकर 48 मिनट में प्रेवश कर रहा है. यह समय बीज बोने के लिए सबसे उचित माना जाता है. चंद्र योग रहने के कारण कहीं कहीं सिर्फ बादल रहेंगे तो कहीं अधिक बारिश होने की संभावना है.
पलामू की एक ऐसी रहस्यमई गुफा जहां से आती है घुंघरू बजने की आवाज, जानें क्या है मान्यता
किसानों के लिए कैसा रहेगा आद्रा नक्षत्र
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि द्वादश भाव में गुरु अपनी स्वराशि में स्थित है. इसलिए देश के पूर्वी भाग- बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, असम, उड़ीसा आदि में सामान्य वर्षा होगी. जबकि मध्यप्रदेश सहित देश के उत्तरी भाग में सामान्य से अधिक वर्षा के संकेत हैं. झारखण्ड में बादल छाए रहेंगे. आंधी तूफान ज्यादा आने की संभावना है. वहीं आद्रा नक्षत्र प्रवेश करते ही 3 दिनों तक किसान के लिए खेत में हल चलाना निषेध रहता है. क्योंकि पृथ्वी राजस्वला हो जाती है.
पुत्र के लिए करें मा कामख्या की पूजा
ज़िस दिन सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है. उस दिन माता कामख्या का दर्शन करना चाहिए. माता कामख्या की पूजा से पुत्र की प्राप्ति होती है. जो मनुष्य माता कामख्या का पूजन, दर्शन, स्पर्श करते हैं. वे देवी कृपा तथा मोक्ष के साथ माँ कमख्या का सानिध्य प्राप्त करते हैं. साथ ही सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.
.
Tags: Deoghar news, Jharkhand news, Local18
FIRST PUBLISHED : June 21, 2023, 21:28 IST