30 साल की नौकरीपेशा महिला को निवेश की शुरुआत करनी है तो स्टेप बाई स्टेप गाइड


Salaried women investment options: तीस की उम्र तक आते-आते जिन्दगी की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं. इसलिए अपवादों को छोड़ दें तो आप सैलरी का सबसे बड़ा हिस्सा सीधे निवेश के नाम पर निकालकर नहीं लगा सकती हैं. परिवार में पति की नौकरी या कारोबार के अलावा, आय के कलेक्टिव रूप में भले ही और साधन भी हों, लेकिन आपकी कुल आय आने के बाद विभिन्न मदों में बंट जाती होगी. परिवार, बच्चों, घर के बजट और खर्च, मेडिकल से जुड़े खर्चे, माता-पिता, अन्य डिपेंडेंट से जुड़े खर्च, कर्ज, किश्तें… ऐसे खर्च हैं जो उम्र के 30वें पड़ाव तक आते आते साथ हो लेते हैं. यदि आप 30 या इससे अधिक उम्र की महिला हैं और अब तक आपने कभी निवेश नहीं किया है लेकिन अब शुरू करना चाहती हैं तो आगे पढ़ती जाएं.

बचत की आदत डालें (Save Money as much as possible)

निवेश वह शख्स कर ही नहीं सकता, जो पैसा बचा नहीं सकता. यदि आप सैलरी का पैसा-पैसा खर्च कर डालती हैं तो सबसे पहले तो बचत की शुरुआत करें. इसके लिए पुराने जमाने की तरह ही लिखकर रखें कि कहां और कितना पैसा खर्च कर रही हैं, गैर जरूरी सामान जो पहली नजर में जरूरी लगे लेकिन असल में शॉपिंग की आदत या फिर आसपास के दबाव (पीयर प्रेशर) के चलते रही हैं, इसका भी अंदाजा आपको खर्च की ये लिस्ट बनाने से लगता रहेगा. एक महीने में कुल कितनी आमदनी हो रही है, फ्रीलांस, मकान रेंट आउट किया है तो उसका किराया, या नौकरी आदि.. सबका हिसाब रखें कि कितना पैसा एक महीने में आया और आपने कुल कितना पैसा खर्च किया, किन वस्तुओं और सेवाओं पर खर्च किया.

निवेश के शुरुआती विकल्प (Investment options for begginers)

नौकरी करती हैं तो टैक्स बचत के विकल्प में निवेश करना शुरू करें. कई निवेश विकल्प ऐसे हैं जो आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत आपको शुरू कर लेने चाहिए. जैसे कि सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ- PPF), राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस-NPS), वर्षीय डाकघर सावधि जमा (POTD- Post Office Term Deposit), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस-ELSS). इनमें से कुछ योजनाएं सरकार द्वारा समर्थित हैं और इसलिए गारंटीशुदा रिटर्न देती हैं जबकि कुछ योजनाएं बाजार से जुड़ी होती हैं और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न देती हैं.

बिटिया के लिए सेविंग स्कीम (Child Saving Schemes)

अगर आपके पास संतान है और वह बेटी है तो बिना देर किए उसके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उसके भविष्य में निवेश करिए. सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) में आप निवेश कर सकती हैं. सरकार की इस योजना में मिनिमम बैलेंस आपको महज 250 रुपये रखना है. किसी एक वित्तीय वर्ष में 250 रुपये का निवेश करना है. जब बिटिया 18 साल की हो जाएगी तो कुल जमा रकम का 50 फीसदी निकाल सकते हैं जिसे आप उसकी आगे की पढ़ाई में इस्तेमाल कर सकती हैं. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक कर सकती हैं.

सरकार की सेविंग स्कीम्स (Choose right saving scheme for you)

आप सरकार की स्पेशल स्कीम महिला सम्‍मान बचत पत्र योजना (Mahila Samman Savings Certificate)में निवेश कर सकती हैं. इसमें जमा की गई राशि पर 7.50 प्रतिशत की दर से कंपाउंडिंग इंट्रेस्ट मिलता है. मैच्योरिटी पीरियड 2 साल का है लेकिन आपको यह खाता 31 मार्च 2025 से पहले खुलवा लेना है. क महिला केवल एक खाता खोला सकती है. इसमें मिनिमम जमा राशि 1000 रुपये और अधिकतम धनराशि की तय सीमा 2 लाख रुपये है. इस स्कीम के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

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