4 घंटे तक मौत को आंखों के सामने देखती रही दो बच्चियां, जानिए हाथी के बेकाबू होने की इनसाइड स्टोरी


सोरण. बिहार के एकमा में एक हाथी शनिवार की शाम छपरा-सिवान मुख्य मार्ग एनएच- 531 पर पहुंचकर अचानक बेकाबू हो गया. इस दौरान बेकाबू हाथी ने दो कार, एक बस, एक ई-रिक्शा व दो बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया. हालांकि गनीमत की बात यह रही कि इसमें मेला देखने आए श्रद्धालु अथवा अखाड़ा जुलूस में शामिल किसी व्यक्ति के घायल नहीं हुए हैं. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने सावधानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके. यह घटना उस वक्त की है जब एकमा थाना के नगर पंचायत एकमा बाजार क्षेत्र के भुईली गांव से एकमा बाजार आ रहे दशहरा के विजयदशमी महावीरी अखाड़ा जुलूस में शामिल होने जा रहे थे.

एकमा हाई स्कूल के समीप पहुंचने के बाद हाथी ने सड़क पर खड़ी सफेद रंग की कार देखी, इसके बाद कार को उठा-उठाकर पटकने लगा. इसके बाद कार को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. यह दृश्य देखकर कर जुलूस देखने आए लोगों में अफरा-तफरी का माहौल मच गया. कुछ लोग अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे. वहीं कुछ लोगों को किसी हादसे की आशंका से निडर होकर हाथी के बेकाबू होने के बाद वाहनों के क्षतिग्रस्त किए जाने वाले तांडवी दृश्य को मोबाइल फोन के कमरे में कैद करते भी देखा गया.

हाथी के बेकाबू होने के बाद महावत के द्वारा हाथी को अपने काबू में किए जाने का लगातार प्रयास किया जाता रहा. महावत ने हाथी को काबू में किए जाने के दौरान और भीड़ को हाथी से बचाने के उद्देश्य से एकमा हाई स्कूल के परिसर में गेट से अंदर हाथी को ले जाया गया. कुछ देर बाद फिर बेकाबू हाथी हाई स्कूल के गेट से बाहर निकल आया. पूर्वी रेलवे गुमटी की तरफ जाने के दौरान उसने कुछ दुकानों के टीन शेड को उजाड़ कर क्षतिग्रस्त किया. जबकि हाई स्कूल कर्मी अविनाश कुमार सिंह टुन्ना के घर के बाहर खड़ी कार को भी हाथी ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया.

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हाथी के महावत के द्वारा मेले की भीड़ को हाथी से बचाने के उद्देश्य से काफी मशक्कत के बाद पुनः एकमा हाई स्कूल की तरफ ले जाया गया. हाई स्कूल गेट के समीप मुख्य सड़क पर खड़ी एक कर एक कर वह दो बाइकों को भी हाथी ने क्षतिग्रस्त किया. वहीं एक यात्री बस को भी अपना निशाना बनाने की कोशिश करते हुए सामने से बस के शीशे को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान बस में सवार में यात्री शीघ्रता से बस से उतरकर भागते नजर आए. गनीमत रहा कि हाथी ने महावत और पुलिस प्रशासन के प्रायस से बस के बाहरी शीशे को ही क्षतिग्रस्त करने के बाद छोड़ दिया. जिससे मेले में अनहोनी की बड़ी वारदात होने से बच गई. इसके बाद महावत ने मुख्य सड़क से गंडक नहर होकर हाथी को धूरदे चंवर में की तरफ मुड़ाकर ले जाया गया.

दिलचस्प बात यह रही कि इस बेकाबू होकर तांडव मचा रहे हाथी के ऊपर एक महावत के अलावा दो मासूम बच्चियां व एक ग्रामीण भी सवार थे. जो जान बचाने के उद्देश्य से मजबूती से हाथी के शरीर में बंधे रस्से को मजबूती के साथ पकड़े हाथी पर बैठे नजर आए. हाथी के द्वारा उत्पाद मचाए जाने के दौरान दो साहसी बच्चियों को हाथी के शरीर से सकुशल उतारे जाने को लेकर मेले में आए लोग भगवान और देवी दुर्गा से प्रार्थना करते नजर आए. इसी बीच पुलिस निरीक्षक सह एकमा थानाध्यक्ष उदय कुमार व सीओ राहुल शंकर बेकाबू हाथी के तांडव से लोगों को बचाने के लिए भाग दौड़ करने के दौरान सड़क पर गिरकर मामूली रूप से चोटिल हो गए. पुलिस और प्रशासन के लगातार प्रयास से विजयदशमी अखाड़ा जुलूस को संपन्न कराया गया. जुलूस में आमडाढ़ी व भुईली गांव के दो अखाड़ा में आए लोग शामिल हुए.

उधर बेकाबू हाथी को महावत के द्वारा गंडक नहर के रास्ते धुरदे चंवर की तरफ प्रवेश कराया गया. इस दौरान भैंस चरा रहे भुईली गांव निवासी विद्यानंद यादव के पुत्र तारकेश्वर यादव (40) को हाथी ने अपने सूंड़ में लपेट दूर फेंक दिया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने उपचार हेतु पुलिस के द्वारा एकमा सीएचसी में लाया गया. जहां ड्यूटी पर तैनात डॉ इरफान अहमद के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल चरवाहे को सदर अस्पताल छपरा के लिए रेफर कर दिया गया. एंबुलेंस के द्वारा सदर अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद पुलिस द्वारा मृतक चरवाहे के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया.

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उधर लगभग 5 से 6 घंटे की मशक्कत के बाद हाथी के महावत के द्वारा हाथी को अपने काबू में किया गया. इसके बाद परसागढ़ के पास ले जाकर महावत के द्वारा हाथी पर सवार भुईली गांव निवासी मुकेश गिरि की दो बच्चियों एवं एक ग्रामीण को सकुशल उतार दिया गया. एकमा सीओ राहुल शंकर ने बेकाबू हाथी के पीठ से सकुशल उतरने पर दोनों साहसी बच्चियों के उतरने पर दुर्गा का साक्षात स्वरूप मानकर उनके चरण स्पर्श किए. इस दौरान एसडीपीओ राजकुमार, अंचल पुलिस निरीक्षक वीरेंद्र सिंह, पुलिस निरीक्षक सह एकमा थानाध्यक्ष उदय कुमार, बीडीओ अरुण कुमार, सीओ राहुल शंकर, वनपाल अखिलेश्वर सिंह, वनरक्षक पंकज कुमार, वनकर्मी मनोरंजन कुमार सिंह, पूर्व मुखिया बच्चा सिंह सहित आसपास के कुछ ग्रामीणों के द्वारा बेकाबू हाथी से मेले की भीड़ को बचाने एवं हाथी पर सवार भुईली गांव के मुकेश गिरी की दो बच्चियों व एक ग्रामीण को सकुशल हाथी से उतारने एवं हाथी को काबू कर सुरक्षित जगह पर पहुंचने में काफी मशक्कत व सहयोग किया गया.

रविवार की देर रात हाथी को एकमा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जनता बाजार थाना क्षेत्र के दयालपुर गांव पहुंचने पर एक पेड़ के समीप बांध दिया गया. बताया गया है कि बेकाबू हुआ हाथी सिवान जिले के अमरोली सरसर गांव निवासी प्रवीण सिंह की है. जो महावीरी अखाड़ा जुलूस में शोभा बढ़ाने के लिए भुईली गांव के अखाड़ा आयोजन समिति के लोगों के द्वारा मंगवाया लाया गया था. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में 9 दिसंबर को इसी हाथी के द्वारा एकमा थाना क्षेत्र के मुकुंदपुर गांव के बगीचे में चारा काटने गए एक महावत को बेकाबू होकर मार डाला गया था. इसके बाद क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के आसपास के खेतों व बगीचों में बेकाबू होकर घूमते रहने के लगभग 48 घंटे बाद वन विभाग की पटना से आई टीम के द्वारा ट्रेंकुलाइज किए जाने के बाद नियंत्रण में आया था. उस दौरान भी यह हाथी क्षेत्र में दहशत एवं चर्चा का विषय बना था.

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