45 रिटेक के बाद परफेक्ट हुआ था शूट, अमिताभ बच्चन की फिल्म ने की थी जबरदस्त कमाई, 34 साल बाद भी यादगार है डायलॉग
नई दिल्ली. अमिताभ बच्चन 70 और 80 के दशक में अपने आप में एक बड़ा नाम रहे. दर्शक उनकी हर फिल्म का किसी त्योहार की तरह इंतजार करते थे. उनकी फिल्म को देखने के लिए थियेटर्स में आपाधापी बनी रहती थी. इन्हीं फिल्मों की फेहरिस्त में एक फिल्म है ‘शराबी’. जिसको प्रकाश मेहरा के प्रोडक्शन के बैनर तले बनाया गया था. इस फिल्म का निर्माण सत्येंद्र पाल ने किया था और इसका निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किया, जिन्होंने इसके साथ ही फिल्म ‘जंजीर’, ‘नमक हलाल’, ‘हेरा फेरी’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों का निर्देशन किया था. ‘शराबी’ की कहानी खुद प्रकाश मेहरा ने लिखी थी.
2 घंटे 56 मिनट वाली फिल्म ‘शराबी’ को 18 मई 1984 को रिलीज किया गया था. फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ जयाप्रदा, ओम प्रकाश, प्राण, रंजीत, चंद्रशेखर, सीएस दुबे जैसे कई कलाकार थे. इस फिल्म को संगीत से सजाया था बप्पी लहरी ने. प्रकाश मेहरा ऐसे निर्देशक रहे, जो अपने परफेक्शन के लिए जाना जाते थे. क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के एक सीन के लिए उन्होंने अमिताभ बच्चन से 45 रीटेक करवाए थे और फिल्म के एक डायलॉग तो इतना हुट हुआ कि 34 साल बाद भी लोगों को वो याद है.
प्रकाश मेहरा की अमिताभ के साथ छठवीं फिल्म
प्रकाश मेहरा की इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्सऑफिस पर झंड़े लहरा दिए, बल्कि इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म से अमिताभ और जया प्रदाश की जोड़ी रातों-रात मशहूर हो गई थी. अमिताभ बच्चन की इस फिल्म को यादगार बनाने के लिए प्रकाश मेहरा ने खूब मेहनत भी करवाई थी. अमिताभ के डूबते करियर को प्रकाश मेहरा ने अपनी फिल्मों से संवारा. ‘जंजीर’ फिल्म की छप्पर फाड़ सफलता के बाद प्रकाश और अमिताभ बच्चन की जुगलबंदी में छठवीं फिल्म ‘शराबी’ बनी. फिल्म में अमिताभ एक अमीर बाप की औलाद बने और दिग्गज एक्टर प्राण उनके पिता की भूमिका में थे.
अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘शराबी’ ने बॉक्स ऑफिस पर खूब कमाई की थी. फोटो साभार: @Amitabh Bachchan/Twitter
2 घंटे की कड़ी मशक्कत बाद प्रकाश मेहरा बोले- ओके
प्रकाश मेहरा के लिए कहा जाता है कि जब तक शॉट उनके मन मुताबिक नहीं होता, वह रीटेक करवाते रहते हैं. इसी फिल्म के एक सीन के लिए उन्होंने अमिताभ बच्चन की हालत पस्त कर दी थी. एक सीन को परफेक्ट बनाने के लिए एक-दो बार नहीं बल्कि 45 रिटेक करवाए थे. करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें परफेक्ट सीन मिला. जिसके बाद डाटरेक्टर साहब ने कहा, ओके परफेक्ट.
क्यों लिए 45 रीटेक?
दरअसल, पार्टी के सीन में पिता बने प्राण अपने बेटे अमिताभ को एक गेस्ट से मिलवाते हैं, अमिताभ दारूवाले शख्स को गले लगाते हैं. शूटिंग में अमिताभ और दारूवाले की आवाज मैच नहीं हो पा रही थी. बार-बार अलग अलग आवाजें आ रहीं थी. सटीक आवाज मैच करवाने के लिए कई बार रिटेक लेना पड़ा था. इसी बातचीत में डॉयलॉग आया था ‘शराब की बोतल में मैं लेवल की तरह चिपक गया हूं’.
फिल्म ने दिया कभी न भूलने वाला डायलॉग
‘शराबी’ फिल्म के गाने तो सुपरहिट थे ही डायलॉग भी कुछ कम नहीं थे. मूंछों का जिक्र हो और ‘शराबी’ फिल्म में मुकरी के साथ अमिताभ बच्चन के डायलॉग की बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. जिस डायलॉग को आज भी लोग अक्सर बातचीत में बोल जाते हैं वो है ‘भाई मूंछे हो तो नत्थूलाल जी जैसी हो वरना न हो’. इस डायलॉग की वजह से मुकरी भी फेमस हो गए थे.
34 साल पहले फिल्म ने कमाए थे 8 करोड़ रुपये
आइकॉनिक फिल्म ‘शराबी’ को फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर समेत कुल 9 नॉमिनेशन मिले थे और दो में जीत हासिल हुई थी. बप्पी दा को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर तो किशोर कुमार को बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड मिला था. ‘मुझे नौलखा मंगा दे रे, ओ सइयां दीवाने’, ‘दे दे प्यार दे’, ‘जहां चार यार मिल जाए’, ‘इंतहा हो गई इंतजार की’ जैसे सुपरहिट गानों को आज भी सुना जाता है.फिल्म ने आज से 34 साल पहले करीब 8 करोड़ रुपये कमाए थे.
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Tags: Amitabh bachchan
FIRST PUBLISHED : June 09, 2023, 13:41 IST