5 Things Every Child Wants From Parents, Parenting Tips, Parenting Advice, Good Parenting – हर बच्चा चाहता है माता-पिता से ये 5 चीजें जिन्हें दुकानों पर नहीं खरीद सकते पैरेंट्स
Parenting Tips: माता-पिता बनने के बाद से ही दंपति के जीवन का एक बड़ा मकसद बच्चे को अच्छी परवरिश देना होता है. बच्चे को जीवन की हर खुशी देने के लिए और उसकी हर इच्छा की पूर्ति के लिए माता-पिता बच्चे को बिना दाम देखे हर छोटी-बड़ी चीज दिलाते हैं, लेकिन अक्सर ही उसे वो चीजें देना भूल जाते हैं जिनका कोई मूल्य नहीं होता, जो दुकानों पर नहीं मिलती. जानिए उन्हीं चीजों के बारे में जो बच्चा (Child) माता-पिता से मांगना तो चाहता है लेकिन शब्दों में बयां नहीं कर पाता.
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हर बच्चा चाहता है माता-पिता से ये चीजें | Things Every Child Wants From Parents
माता-पिता का समय
बच्चे माता-पिता से जो चीज सबसे ज्यादा चाहते हैं वो है उनका समय. माता-पिता अक्सर बच्चे की हर ख्वाहिश पूरी करने के लिए सुबह से शाम तक काम में लगे रहते हैं और जबतक घर पहुंचते हैं तबतक बच्चे को पैरेंट्स के साथ बहुत कम समय मिल पाता है. ऐसे में बच्चे के लिए समय (Time) निकालना जरूरी है. ना सिर्फ रोज उसे समय देना बल्कि स्कूल में होने वाले खास प्रोग्रामों में भी बच्चा माता-पिता को अपने साथ चाहता है.
प्यार
माता-पिता से प्यार आखिर कौन बच्चा नहीं चाहेगा. प्यार रिश्तों की नींव होता है. बच्चे को माता-पिता बिना किसी दोराय प्यार करते ही हैं, लेकिन इस प्यार को जताना भी जरूरी है. बच्चे से माता-पिता जब अपने प्यार का शब्दों में इजहार करते हैं तो बच्चा भी इमोशनली स्ट्रोंग (Emotionally Strong) बनता है.
सही-गलत समझाना
बच्चे छोटे होते हैं और बड़े होते हुए भी उन्हें सही और गलत की समझ धीरे-धीरे ही आती है. ऐसे में बच्चा कहीं राह तो नहीं बदल रहा यह देखना माता-पिता की जिम्मेदारी है. माता-पिता (Parents) वक्त-वक्त पर बच्चे को यह समझाते हैं कि क्या सही है और क्या गलत तो बच्चा नई सूझबूझ के साथ आगे बढ़ता है.
हौसला
बच्चा खुद से गिरकर संभलना जरूर सीख जाता है लेकिन वह अपने माता-पिता से हौसले की दरकार रखता है. माता-पिता अपने बच्चे की हौसला अफजाई करते हैं तो बच्चा अपने अंदर हर मुसीबत से लड़ने का जज्बा ले आता है.
भरोसा
माता-पिता अपनी जिंदगी में इतने उलझे हुए होते हैं कि कितनी ही बार बच्चे की कोई शिकायत उनके पास आती है तो वह बच्चे पर भरोसा करने के बजाय, उसके साथ बैठकर उसकी परेशानी या उसका पक्ष सुनने के बजाय ही उसे दोषी मान लेते हैं. जबकि बच्चे को माता-पिता का भरोसा (Trust) जीतना होता है. बच्चा चाहता है कि पैरेंट्स उसके पक्ष को समझें और उसे गलत ठहराने के बजाय उसे समझें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.