50 लीटर के टैंक में कैसे आ रहा 55 लीटर पेट्रोल? क्या पेट्रोल पंप दे रहे धोखा या कुछ और है मामला? जानिए



petrol 1 50 लीटर के टैंक में कैसे आ रहा 55 लीटर पेट्रोल? क्या पेट्रोल पंप दे रहे धोखा या कुछ और है मामला? जानिए

हाइलाइट्स

पेट्रोल पंप पर अक्सर ज्यादा फ्यूल भरने के मामले आ रहै हैं.
50 लीटर के टैंक में 55-60 लीटर पेट्रोल भरे जा रहे हैं.
इसको लेकर उपभोक्ता मंत्रालय ने निर्देश जारी किए हैं.

नई दिल्ली. गाड़ी के रिजर्व होने पर आप कभी पेट्रोल पंप गए होंगे और टैंक फुल करने को कहा होगा, तो आपने ध्यान दिया होगा कि आपकी कार या बाइक में फ्यूल टैंक की क्षमता से ज्यादा पेट्रोल आ जाता है. पेट्रोल लेने वाले कई कंज्यूमर्स आए दिन पंप पर अटेंडेंट से इसी बात के लिए बहस करते दिख जाते हैं. वहीं, अबतक हजारों लोग इस समस्या की शिकायत भी कर चुके हैं.

पेट्रोल पंप पर टैंक फुल करवाने वाले कई ग्राहकों से ऐसी शिकायतें हर रोज मिल रही हैं. तो क्या कंपनियां वाहनों को गलत फ्यूल टैंक कैपेसिटी के साथ बेच रही हैं या पेट्रोल पंप ग्राहकों से धोखाधड़ी कर रहे हैं? आइये जानते हैं इसकी क्या सच्चाई है…

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फ्यूल टैंक क्षमता को जानना जरूरी
दरअसल, रिजर्व में टैंक फुल करवाने पर अक्सर देखा गया है कि कार या बाइक के मैनुअल पर बताए गए क्षमता से अधिक ईंधन आ रहा है. अगर आपको भी लगता है कि पेट्रोल पंप ज्यादा फ्यूल भरने का धोखा देकर आपसे अधिक पैसे ऐंठ रहे हैं, तो ऐसा नहीं है. हाल ही में उपभोक्ता मंत्रालय ने एक सूचना जारी कर वाहन चालकों से ईंधन टैंक फुल न करवाने की अपील की है. मंत्रालय ने टैंक फुल करने के कई नुकसान भी बताएं हैं और लोगों को इस मामले में सावधानी बरतने की सलाह दी है.

क्या है मामला?
पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने हाल ही में उपभोक्ता मंत्रालय को दिए एक प्रेजेंटेशन में बताया था कि वाहन के फ्यूल टैंक की असली क्षमता मैनुअल बुक में बताए गए क्षमता से 15-20% अधिक होता है. यानी, अगर वाहन के फ्यूल टैंक की क्षमता 50 लीटर की है तो उसमें 60 लीटर पेट्रोल आ सकता है. मंत्रालय ने वाहन कंपनियों से अपील की है कि ग्राहकों को वाहन की सही फ्यूल टैंक कैपेसिटी की जानकारी देना अनिवार्य है. इसके अलावा मंत्रालय ने वाहन कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों को सही मात्रा में ईंधन भरवाने के लिए प्रेरित करें.

वाहन में कितना ईंधन डलवाना सही?
अब सवाल यह उठता है कि अगर कार के फ्यूल टैंक में 60 लीटर पेट्रोल आ रहा है तो क्या इतना फ्यूल डलवाना सही है? बता दें कि किसी भी वाहन के मैनुअल में दी गई फ्यूल टैंक कैपेसिटी उस वाहन की सुरक्षित टैंक कैपेसिटी होती है. अगर आपकी बाइक की फ्यूल टैंक कैपेसिटी 10 लीटर या कार की कैपेसिटी 50 लीटर है, तो यह उस वाहन की सुरक्षित टैंक कैपेसिटी है.

यहां यह भी जानना जरूरी है कि वाहन के मैनुअल में दी गई क्षमता से ज्यादा ईंधन भरवाने पर वाहन को नुकसान होने का खतरा रहता है और इससे माइलेज भी कम हो जाता है. असल में, ईंधन के वेपर में बदलने की प्रवृत्ति होती है. टैंक के अंदर भी पेट्रोल-डीजल का कुछ हिस्सा वेपर में बदल जाता है. वेपर को टैंक के अंदर फैलने के लिए जगह मिल सके इसलिए टैंक का कुछ हिस्सा खाली छोड़ना बेहद जरूरी होता है. इससे इंजन पर फ्यूल का अधिक प्रेशर नहीं बनता और वह इंजन में अच्छी तरह जलता है और उत्सर्जन भी कम होता है.

Tags: Auto News, Cars, Petrol and diesel



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