8 new cities will be established in the country know which are the newest and oldest cities


गांवों से हर साल बड़ी आबादी शहरों की ओर पलायन कर रही है. ये देखते हुए सुनियोजित विकास की जरुरत महसूस की जा रही है. लिहाजा सरकार 8 नए शहर बसाने का फैसला ले रही है. इस बीच चलिए आज जानते हैं कि देश के सबसे नए और सबसे पुराने शहर कौनकौनसे हैं और इन्हें कब बसाया गया था.

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कैसे किया जाएगा नए शहरों का निर्माण?

भारत में इन नए शहरों का निर्माण स्मार्ट सिटी योजना के तहत किया जाएगा, यानी ऐसे शहर जिनमें अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएं, बेहतर परिवहन व्यवस्था, स्वच्छता, जल आपूर्ति, ऊर्जा की बचत, और पर्यावरण के अनुकूल इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा. इन शहरों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि वहां के निवासियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाया जा सके. ये नए शहर न केवल देश की बढ़ती जनसंख्या के दबाव को कम करेंगे, बल्कि इससे देश के अलग-अलग हिस्सों में विकास के नए अवसर भी पैदा होंगे. सरकार की योजना है कि इन स्मार्ट शहरों को इस तरह से डिजाइन किया जाए, जिससे वहां रहने वाले लोग उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, रोजगार, और जीवनस्तरीय सुविधाओं का लाभ उठा सकें.

आधुनिक परिवहन व्यवस्था, स्मार्ट जल प्रबंधन प्रणाली और टिकाऊ ऊर्जा विकल्प इन शहरों के प्रमुख खास होंगे. इसके अलावा, इन शहरों में आधुनिक डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जाएगा, ताकि नागरिकों को बेहतर प्रशासनिक सुविधाएं और सरकारी सेवाएं मिल सकें.

ये हैं भारत के सबसे पुराने शहर

भारत ही नहीं बल्कि जब भी दुनिया के सबसे पुराने शहरों की बात होती है तो उसमें वाराणसी का नाम जरुर आता है. वाराणसी एशिया का सबसे प्राचीन शहर माना जाता है. इसके अलावा दिल्ली, उज्जैन, मदुरै, पटना, कन्नौज, थंजावुर, अयोध्या भी उन शहरों में शामिल हैं जिनका इतिहास सैंकड़ों साल पुराना है.

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आजादी के बाद बसाए गए ये शहर

भारत में आजादी के बाद कई शहर बसाए गए. जिनमें सबसे नए शहरों की बात करें तो उनमें चंड़ीगढ़, भुवनेश्वर, गांधीनगर, नोएडा, गिफ्ट सिटी, नया रायपुर, ग्रेटर नोएडा और गुड़गांव शामिल हैं. ये वो शहर हैं जो अब अपनी अलग पहचान बना चुके हैं और विकसित शहरों में शामिल होते हैं. हालांकि ये बात अलग है कि इस शहरों को भारत को आजादी मिलने के बाद बसाया गया है.

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