9 महीने से नहीं मिली थी सैलरी, डीसी से लगाई थी गुहार, गोड्डा के डीसीपीओ की मौत, जानें मामला
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Agency:News18 Jharkhand
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गोड्डा के बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार की हार्टअटैक से मृत्यु हो गई. उन्हें 9 महीने से सैलरी नहीं मिली थी. इसके अलावा वह घरेलू तनाव के कारण मानसिक अवसाद में थे. डीसी से वेतन के लिए गुहार लगाई थी.

गोड्डा
गोड्डा: गोड्डा जिले के बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार का गुरुवार देर रात आकस्मिक निधन हो गया. बताया जा रहा है कि वह अपने रिश्तेदार के शादी समारोह में बिहार के सीतामढ़ी गए थे. वहीं पर गुरुवार रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी गई, जिसके बाद अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
रितेश कुमार गोड्डा के पथरगामा प्रखंड के सोनारचक गांव के निवासी थे. शुक्रवार शाम रितेश कुमार का शव गोड्डा पहुंचा. पुराने समाहरणालय परिसर में विभिन्न विभागों के कर्मी, शहर के गणमान्य लोग और परिवार पहुंचकर उनका अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी .
मानसिक तनाव से जूझ रहे थे रितेश
रितेश के परिवार वालों ने लोकल18 को बताया कि पिछले कुछ समय से वह मानसिक अवसाद में थे. उन्हें पिछले 9 महीने से वेतन नहीं मिला था, जिससे वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. घरेलू विवादों ने भी उनकी मानसिक स्थिति को और बिगाड़ दिया था. वेतन को लेकर उन्होंने डीसी से गुहार लगाई थी और डीसी ने उनकी स्थिति को समझते हुए आगे सिफारिश भी की थी.
परिजनों ने आर्थिक मदद की लगाई गुहार
रितेश कुमार 2011 से 2013 तक गोड्डा के नगर परिषद में नगर प्रबंधक के रूप में भी कार्यरत रहे थे. इसके बाद वो गोड्डा जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी के रूप में कार्यरत थे. रितेश कुमार के अलावा उनके घर में उनकी पत्नी और एक छोटा बेटा है. वहीं परिजनों ने जिला प्रशासन से आर्थिक मदद करने की भी गुहार लगाई है.
वहीं गोड्डा के वरिष्ठ पत्रकार अजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि रितेश कुमार काफी सुलझे हुए व्यक्ति थे. उनके आकस्मिक निधन से पूरे जिला को नुकसान हुआ है.
Godda,Jharkhand
January 25, 2025, 16:53 IST
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