9 लड़कियां करती थीं कॉल, मीठी-मीठी बातों से दिखाती थीं सपने, फिर एक दिन पहुंची पुलिस, हाथ लगा चौंकाने वाला सामान


नोएडाः नोएडा से एक हैरान करने वाली खबर सामने आयी है. यहां एक बिल्डिंग में रहकर 9 लड़कियां लोगों को कॉल करती थीं. वह सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक कॉल पर लोगों से बात करतीं और अपनी मीठी- मीठी बातों में फंसाकर लोगों को सुनहरे सपने दिखाया करती थीं. हाल ही में पुलिस ने छापा मारा तो उनके पास एक ‘काली डायरी’ मिली है. जिससे उनके सार राज का पर्दाफाश हो गया. पुलिस ने 9 लड़कियां और 2 लड़कों को गिरफ्तार किया है.

नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो लोगों को लोन दिलाने और बीमा पॉलिसी के नाम पर फंसा कर उनसे ठगी किया करता था. इस गिरोह के 9 महिला सदस्यों के साथ 2 पुरूषों को भी गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से 25 मोबाइल, 81 डाटा शीट, 1 रजिस्टर, 1 ब्लैक डायरी, 2 फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए हैं.

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 जुलाई को सीआरटी और थाना सेक्टर 49 पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुये लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर लोन और बीमा पॉलिसी के नाम पर दिल्ली एनसीआर के लोगों को अपने जाल में फंसाने वाले 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी को शर्मा मार्केट की चौथी मंजिल ग्राम होशियारपुर सेक्टर 51 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस पूछताछ में आशीष कुमार उर्फ अमित ने बताया कि वह इस सेन्टर को चला रहा था. वह एनसीआर इलाके से बाहर राज्यों के लोगों को मोटी कमाई के लालच में लोन और बीमा के नाम पर धोखाधड़ी का काम करता था. जिसमें ये सभी लोग कमीशन पर उसकी मदद करते थे. जिसका जितना काम होता था, उसका उतना कमीशन कैश के रूप में मिल जाता था. आरोपी आशीष ने कर्नाटक में रहने वाले एक व्यक्ति अरविंद का पीएनबी बैंक का एक अकाउंट किराए पर ले रखा था, जिसके लिए वह 10,000 रुपया महीना किराया देता था. उसका डेबिट कार्ड/एटीएम भी आशीष के पास था. जैसे ही इसमें पैसे आ जाते थे, एटीएम से जाकर पैसे निकाल लेता था.

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आरोपी के पास एक काली डायरी है जिसके अन्दर पैसे का लेन-देन का हिसाब लिखा है. पुलिस ने अन्य आरोपियों से जब कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि ये सब लोग मिल कर दिल्ली-एनसीआर के बाहर के राज्यों के भोले भाले लोगों को टारगेट करते थे. बड़ी हिस्सेदारी जितेन्द्र और आशीष की होती थी. ये पूरा गिरोह सुबह लगभग 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक कॉल करते थे. जो मोबाइल फोन ये लोग उपयोग करते थे उनके सिम ये गैंग फर्जी आधार कार्ड के जरिये लिया करते थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपी आशीष उर्फ अमित दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी कॉम का छात्र रहा है. साल 2019 में वह और जितेंद्र दोनों एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में पॉलिसी बेचने का काम करते थे. फिर दोनों ने सोचा कि कुछ बड़ा काम किया जाए. इस उद्देश्य से इन्होंने कुछ लड़कियों को अपने साथ जोड़कर फर्जी कॉलिंग कर बीमा और लोन देने के नाम पर इंडिया मार्ट की साइट से 2500 रुपये में लगभग 10,000 लोगों का पूरे भारत के डेटा को खरीदकर लोगों को फोन कर पैसे लेने का काम शुरू किया था.

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