पाकिस्तान के हेड कोच का वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा बयान, कहा ऐसे टूर्नामेंट करवाना खतरनाक


Gary Kirsten- India TV Hindi

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गैरी कर्स्टन

टी20 वर्ल्ड  कप का आयोजन जून के महीने में किया जाना है। इस टूर्नामेंट से ठीक पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने गैरी कर्स्टन को अपना नया वाइट बॉल हेड कोच बनाया था। आपको बता दें कि गैरी कर्स्टन इस वक्त गुजरात टाइटंस के साथ जुड़े हुए हैं और उनकी टीम के बैटिंग कोच हैं, ऐसे में भारत में खेले जा रहे आईपीएल के कारण वह अभी तक पाकिस्तान की टीम के साथ जुड़ नहीं सके हैं। वह वर्ल्ड कप से ठीक पहले पाकिस्तान के स्क्वाड के साथ जुड़ेंगे। इसी बीच गैरी कर्स्टन ने आईसीसी के मुख्य टूर्नामेंटों के शेड्यूल पर चिंता व्यक्त की है क्योंकि उन्हें लगता है कि हर साल विश्व कप होना खेल के लिए खतरनाक हो सकता है।

क्या बोले पाकिस्तान के हेड कोच

गैरी कर्स्टन ने टॉकस्पोर्ट से बात करते हुए कहा कि विश्व कप और अन्य प्रमुख आईसीसी टूर्नामेंटों को समय देकर करवाना चाहिए और एक के बाद एक शेड्यूल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे रुचि में कमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी मैं कई खेलों में संदर्भ की कमी के बारे में चिंतित हो जाता हूं। लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि हमें हर साल एक आईसीसी कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है? नहीं, मुझे लगता है कि हर साल विश्व कप आयोजित करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह हमेशा हो रहे हैं क्योंकि वर्ल्ड कप का इंतजार करना मजेदार है। विशेष रूप से, आईसीसी हाल ही में अपने प्रमुख टूर्नामेंटों के शेड्यूल में उचित अंतर बनाए रखने में विफल रही है।

टी20 वर्ल्ड कप 2021 से इसकी शुरुआत हुई जब यूएई ने आईसीसी मेंस टी20 विश्व कप के सातवें संस्करण की मेजबानी की। ऑस्ट्रेलिया ने उस टूर्नामेंट को अपने नाम किया और अपना पहला मेंस टी20 विश्व कप खिताब जीता। इसके 12 महीने से भी कम समय के बाद फिर से टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया। जहां ऑस्ट्रेलिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 की मेजबानी अक्टूबर और नवंबर में की। साल 2023 में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ। यह टूर्नामेंट भारत द्वारा अक्टूबर और नवंबर में 10 शहरों में आयोजित किया गया था। फाइनल 19 नवंबर को खेला गया था और सात महीने से भी कम समय में आईसीसी अमेरिका और वेस्टइंडीज में एक और टी20 विश्व कप आयोजित करने जा रही है।

टेस्ट क्रिकेट को लेकर जताई चिंता

कर्स्टन इस बात से भी चिंतित दिखे कि कैसे टेस्ट क्रिकेट तेजी से अपनी चमक खो रहा है और दक्षिण अफ्रीका जैसे शीर्ष टेस्ट खेलने वाले देश इस प्रारूप में ज्यादा शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमें वास्तव में सावधान रहना होगा कि हम टेस्ट क्रिकेट न खो दें। दक्षिण अफ्रीका जैसे टेस्ट खेलने वाले देशों का साल में चार टेस्ट खेलना मुझे बहुत चिंतित करता है। यह सोचकर कि टेस्ट क्रिकेट अब इतना महत्वपूर्ण नहीं है।

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