अमेठी: बैग में रोता मिला पांच महीने का बच्चा, साथ रखी चिट्ठी में कहा- 5-6 महीने पाल लो, पैसे देता रहूंगा
अमेठी जिले के मुंशीगंज थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव में एक बैग में मंगलवार को 5-6 महीने का बच्चा मिला है। बैग में सर्दियों के कपड़े, जूता, जैकेट, साबुन, विक्स, दवाएं और पांच हजार रुपए भी रखे हुए थे। इस बैग में अंग्रेजी में लिखा एक पत्र भी था जिसे पढ़कर लगता है कि ये बच्चे के पिता ने लिखा है।
त्रिलोकपुर निवासी आनंद ओझा के घर के सामने मंगलवार सुबह एक बैग रखा मिला। लोगों का ध्यान जब तक बैग पर गया उसमें से बच्चे के रोने की आवाज आने लगी। आनंद के परिवार वालों ने बैग खोला तो उसमें पांच-छह माह का एक बच्चा मिला। बैग में अंग्रेजी में लिखा एक पेज का एक खत भी मिला। खत में लिखा गया है कि मेरे बेटे को 5-6 महीने पाल लो, मैं हर महीने पैसे दूंगा। पत्र लिखने वाले ने कारण बताया कि बेटे पर खतरा है। बच्चे के मिलने के बाद आनंद के परिवार वालों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस उनके घर गई। एसओ मिथलेश सिंह ने बच्चा मिलने की बात स्वीकार की। कहा कि फिलहाल बच्चा आनंद के परिवार के पास है। बच्चा किसका है और उसे किसने किस परिस्थिति में छोड़ा इसकी जांच की जा रही है। आनंद के घर बैग में बच्चा मिलने की जानकारी सार्वजनिक होने पर क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म है।
पत्र में लिखी भावुक करने वाली बातें
अंग्रेजी में लिखे खत में लिखा गया है कि यह मेरा बेटा है। इसे मैं आपके पास 5-6 महीने के लिए छोड़ रहा हूं। हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है इसलिए मैं अपना बच्चा आपके पास रख रहा हूं। 5000 रुपए महीने के हिसाब से मैं आपको पैसा दूंगा। आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लो। मेरी कुछ मजबूरी है। इस बच्चे की मां नहीं है। मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है इसलिए इसे अपने पास रख लीजिए। सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चे को ले जाऊंगा।
मैं बच्चा आपके पास छोड़कर गया, यह किसी को मत बताना। नहीं तो मेरे लिए सही नहीं होगा। सबको यह बताइयेगा कि यह बच्चा आपके किसी दोस्त का है, जिसकी बीवी हॉस्पिटल में कोमा में है। मेरा एक ही बच्चा है। आपको और पैसा चाहिए तो बता दीजिएगा। मैं और दे दूंगा, बस बच्चे को रख लीजिए। इसकी जिम्मेदारी लेने से डरना नहीं। भगवान ना करें, पर अगर कुछ होता है तो फिर मैं आपको ब्लेम नहीं करूंगा। मुझे आप पर पूरा भरोसा है, बच्चा पंडित के घर का है।”