Aastha : मंदिर की सीढ़ियों पर करें इस श्लोक का जप मिलेगी मानसिक शांति, दूर होंगे कष्ट
सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. सनातन धर्म में पूजा पाठ और मंदिर जाने का बहुत अधिक महत्व माना जाता है. इतना ही नहीं रोज मंदिर जाना पूजा-पाठ करना कई लोगों की दिनचर्या का एक हिस्सा भी होता है. धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक जब आप किसी मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए जाते हैं तो दर्शन पूजन के दरमियान अक्सर आपने देखा होगा कि लोग बाहर निकल कर कुछ देर मंदिर की सीढ़ियों पर जरूर बैठते हैं और भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं. आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे की मंदिर की सीढ़ियों पर कैसे आप इन श्लोको का जप करके समस्त कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं.
दरअसल, अयोध्या के प्रसिद्ध कथा वाचक पवन दास शास्त्री बताते हैं कि जब भी कोई व्यक्ति मंदिर में जाता है तो उसे मंदिर की सीढ़ियों पर बैठना चाहिए. धार्मिक शास्त्रों में इसे शुभ माना जाता है. इतना ही नहीं मंदिर के सीख को भगवान का मुख और सीढ़ियों को उनके चरण का रूप माना जाता है. जब भी आप कभी मंदिर की सीढ़ियों पर बैठे तो अपने मन में कुछ श्लोक का स्मरण करें. ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही सभी समस्याओं का समाधान मिलता है.
इस श्लोक का स्मरण करें
!! अनायासेन मरणम्, बिना देन्येन जीवनम्। देहान्त तव सानिध्यम्, देहि मे परमेश्वरम्!!
अर्थात हे प्रभु, बिना किसी कष्ट और तकलीफ के हमारी मृत्यु हो हम कभी भी बीमार होकर बिस्तर पर पड़े-.कष्ट से उठाकर मृत्यु की प्राप्त न हो, चलते फिरते ही हमारे प्राण निकल जाएं. हमें किसी सहारे की जरुरत न पड़े न ही हम किसी पर निर्भर रहे. मेरी मृत्यु जब भी हो, तब आप मेरे सम्मुख हो. ऐसे श्लोकों का स्मरण आपको करना चाहिए.
(नोट: यहां दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है)
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FIRST PUBLISHED : June 15, 2023, 21:04 IST