Agri News: पर्वतीय क्षेत्रों के लिए बेस्ट हैं धनिया की ये किस्में, कम लागत में देती हैं ज्यादा पैदावार, नहीं लगती बहुत सिंचाई
श्रीनगर गढ़वाल: धनिया को मसाले के तौर पर प्रयोग किया जाता है और बाजार में साल भर इसकी डिमांड रहती है. धनिया की बुवाई के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में नवंबर के तीसरे सप्ताह तक का समय उपयुक्त माना जाता है. पर्वतीय क्षेत्र के किसानों को धनिया की ऐसी किस्मों का चयन करना होता है, जो पर्वतीय क्षेत्रों में अच्छी पैदावार देती हों. पर्वतीय क्षेत्रों के लिये धनिया की अच्छी पैदावार देने वाली किस्मों को लेकर गढ़वाल विश्विद्यालय के हैप्रेक के कृषि एक्सपर्ट डॉ. जयदेव चौहान ने धनिया की अच्छी किस्म के बारे में बताया.
लोकल 18 से बातचीत में उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में पंत नगर विश्विद्यालय द्वारा तैयार की गई पंत हरितमा एक ऐसी किस्म है, जो पर्वतीय क्षेत्र में काफी अच्छी पैदावार देती है. यह किस्म पर्वतीय क्षेत्रों में प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 15 से 20 क्विंटल तक की पैदावार देती है और असिंचित भूमि में भी अच्छे से उगती है.
पर्वतीय क्षेत्रों में 15 क्विंटल तक देती है पैदावार
पंत नगर विवि द्वारा ही तैयार की गई पंत धनिया 21 किस्म भी असिंचित भूमि और पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर पैदावार देती है. धनिया की यह किस्म पर्वतीय क्षेत्रों में लगभग 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पैदावार देती है. इस किस्म के लिए सिंचाई की आवश्यकता नही होती है. एक से दो सिंचाई में ही यह अच्छी पैदावार देती है.
पर्वतीय क्षेत्रों में चार माह में होती है तैयार
पर्वतीय क्षेत्रों के लिये धनिया की पाली लोकल कलेक्शन किस्म भी काफी हद तक अच्छी पैदावार देती है. हालांकि इस किस्म में 15 दिन के अंतराल में सिंचाई की आवश्यकता होती है और पर्वतीय क्षेत्रों में यह 12 से 13 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पैदावार देती है. लगभग 4 माह में हार्वेस्टिंग के लिये तैयार हो जाती है.
पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के लिये बेस्ट
धनिया की बरेली लोकल किस्म मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों में अच्छी पैदावार देती है. किसान इस किस्म को पर्वतीय और मैदानी दोनों क्षेत्रों में बो सकते हैं. इस किस्म में 3 से 4 सिंचाई की आवश्यकता होती है. सलाद के लिये भी इसका काफी प्रयोग किया जाता है. प्रति हेक्टेयर के हिसाब से यह 15 से 20 क्विंटल के बीच में पैदावार देती है.
सिंचित और असिंचित दोनों जगह के लिये उपयुक्त
राजस्थान हनुमान गढ़ की लोकल धनिया की किस्म भी पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के लिये बेहतर मानी जाती है. यह सिंचित और असिंचित भूमि दोनों के लिये बेस्ट मानी जाती है. धनिया की यह किस्म 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पैदावार देती है और लगभग 3 माह में हार्वेस्टिंग के लिये तैयार हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 07:49 IST