Almora News: ट्रक में भरकर लाए थे गांव में 78 बंदर छोड़ने, ग्रामीणों ने 3 लोगों को दौड़ाकर पकड़ा, जानें आगे क्या हुआ
अल्मोड़ा: पहाड़ों में लगातार बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है, जिस वजह से बंदरों को पकड़ने और उनका बंध्याकरण के मामले भी सामने आ रहे हैं. एक ऐसा ही मामला बागेश्वर से सामने आया है. दरअसल, बागेश्वर से पकड़े गए बंदरों को रानीबाग में बंध्याकरण के बाद अल्मोड़ा के बिनसर में छोड़ने का मामला सामने आया है. बंदरों को छोड़ने आए 3 लोगों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया.
वैसे तो ग्रामीण क्षेत्रों में आज बंदरों के आतंक से हर कोई परेशान है. पर जैसे ही बिनसर में बंदरों को छोड़ा गया. ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए जमकर हंगामा काटा. जैसे ही वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना मिली, तो उन्होंने बंदरों को दोबारा से पड़कर बागेश्वर क्षेत्र में छोड़ने के लिए लिखित आश्वासन दिया. तब जाकर ग्रामीणों ने 3 लोगों को छोड़ा.
बंदर छोड़ने आए 3 लोगों को ग्रामीणों ने दबोचा
ग्रामीणों के अनुसार बीते शुक्रवार के दिन बंदरों से भरा एक ट्रक कपड़खान से ताकुला की ओर जा रहा था. बसौली के पास ग्रामीणों ने 3 युवकों को पकड़ा. उन्होंने बताया कि वह बंदर पकड़ने के लिए मथुरा से आए हुए हैं और कपकोट से करीब 78 बंदर पकड़े थे, जिन्हें बंध्याकरणके लिए रानीबाग से लाया गया था. बंध्याकरण के बाद बंदरों को फिर से कपकोट ही छोड़ना था, लेकिन उन्होंने बंदरों को बसौली के पास पाटियाखाली और चुराड़ी के बीच में छोड़ दिया.
जैसे ही ग्रामीणों को इस बात का पता चला, तो उन्होंने तीनों लोगों को बंधक बना लिया. इसके बाद काफी देर तक हंगामा चलने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के कपकोट रेंजर के एनडी पांडे ने लिखित आश्वासन दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने तीनों युवकों को छोड़ा.
वन विभाग के कार्य पर उठे सवाल
ग्रामीणों ने वन विभाग के ऊपर सवाल खड़े किए हैं. लोगों ने कहा कि अगर नियम के अनुसार जिन क्षेत्र से बंदरों को पकड़ा गया है. अगर उन्हें उन्हीं क्षेत्र में नहीं छोड़ेंगे, तो वह दूसरे क्षेत्र में जाकर आतंक मचाएंगे. जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दिक्कत होने के साथ उनकी खेती बाड़ी में भी इसका असर पड़ेगा.
Tags: Almora News, Local18, Monkeys problem
FIRST PUBLISHED : December 2, 2024, 18:57 IST