Am The Seniormost Person In The Party Who Will Give Me An Offer Says Sharad Pawar – क्या BJP ने दिया कैबिनेट मंत्री पद का ऑफर? शरद पवार ने खुद बताई सच्चाई
दरअसल, स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने शरद पवार को केंद्र में कृषि मंत्री बनाने और नीति आयोग के अध्यक्ष पद के साथ बेटी सुप्रिया सुले को मंत्री पद का ऑफर दिया है. इन दावों और रिपोर्ट को खारिज करते हुए शरद पवार ने बुधवार को कहा, “बीजेपी राज्य सरकारों को अस्थिर करने का काम कर रही है. मैं बीजेपी और उनके साथियों से लड़ने की रणनीति बना रहा हूं. I.N.D.I.A. की अगली बैठक मुंबई में होगी. इस बैठक की सफलता के लिए तैयारी कर रहे हैं.”
“मैं पार्टी में सबसे सीनियर मुझे कौन ऑफर देगा?”
पृथ्वीराज चव्हाण के दावे के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा, “मुझे नहीं पता कि पूर्व सीएम ने क्या कहा. ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई. मैं उस बैठक से इनकार नहीं कर रहा हूं, लेकिन परिवार के मुखिया के रूप में मैं परिवार के सभी सदस्यों से बात करता हूं. मंत्री पद का ऑफर दिए जाने की बात सिर्फ अफवाह है. लेकिन इनमें कोई वास्तविकता नहीं है. मैं पार्टी का सबसे वरिष्ठ व्यक्ति हूं, मुझे कौन प्रस्ताव देगा?” पवार ने इस बात पर जोर दिया कि अजित पवार उनके भतीजे हैं और उनका मिलना स्वाभाविक है.
धर्म-संप्रदाय के आधार पर लोगों को बांट रही बीजेपी-शरद पवार
शरद पवार ने कहा, “मैं 8-10 दिन से राज्य का दौरा कर रहा हूं. लोगों ने मेरे रुख की तारीफ की है. सतारा-सोलापुर-बारामती-पुणे का दौरा किया. बीजेपी और उनके साथी समय के विपरीत काम कर रहे हैं. बीजेपी लोगों को धर्म-संप्रदाय के आधार पर लोगों को बांट रही है. उनका विभाजन दिवस मनाने का फैसला गलत था.
मणिपुर पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत-पवार
मणिपुर को लेकर पवार ने कहा, “यह बेहद संवेदनशील राज्य है. वहां अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. पीएम को मणिपुर पर और अधिक बोलना चाहिए था.
बागी गुट के खिलाफ जाएंगे कोर्ट
शरद पवार ने अजित पवार गुट को भी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, “मैंने बागी गुट से कहा था कि मेरी फोटो यूज न करें। उन्होंने मेरी बात नहीं मानी. अब हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे.”
सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
वहीं इन दावों को लेकर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि शरद पवार और अजित के बीच वास्तव में क्या बातचीत हुई. लोकतंत्र में अक्सर मतभेद होते रहते हैं, यह होना ही चाहिए. लेकिन पारिवारिक रिश्ते अलग होते हैं और राजनीतिक विचार अलग होते हैं.”
संजय राउत ने भी दिया बयान
इस बीच अजित पवार और शरद पवार के बीच हुई बैठक से कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के बीच गठबंधन में बेचैनी पैदा हो गई है. सांसद और उद्धव ठाकरे के सहयोगी संजय राउत ने कहा, “शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति के भीष्म पितामह हैं. उन्हें ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए जिससे लोगों के मन में संदेह पैदा हो”.
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