Amarnath Yatra 2023 Home Minister Amit Shah Reviewed Security Situation In Jammu Kashmir
Amit Shah Review Meeting: जम्मू कश्मीर में होने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा 2023 अगले महीने जुलाई से शुरू होने वाली है. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (23 जून) को एक रिव्यू मीटिंग की और इसमें उन्होंने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और खुफिया एजेंसियों, अर्धसैनिक बलों, पुलिस और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारी इस बैठक में शामिल हुए. सूत्रों ने बताया कि बैठक में गृह मंत्री ने सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और उन्हें विस्तृत जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि शाह को अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर स्थिति से अवगत कराया गया.
अमित शाह ने अधिकारियों को दिए निर्देश
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को आवश्यक निर्देश दिए. ये सुरक्षा समीक्षा बैठक वार्षिक अमरनाथ यात्रा से कुछ दिन पहले हुई. दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की 62 दिवसीय सालाना तीर्थयात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी और 31 अगस्त तक जारी रहेगी.
अमित शाह का ट्वीट
इस बैठक को लेकर अमित शाह ने एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने कहा, “श्रीनगर में व्यापक सुरक्षा समीक्षा की. यह देखकर खुशी हुई कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एजेंसियां बहु-आयामी दृष्टिकोण अपना रही हैं. जम्मू-कश्मीर में निरंतर शांति और स्थिरता पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से निर्धारित प्रमुख लक्ष्यों में से एक है.”
Held a comprehensive security review in Srinagar. Glad to see the agencies adopting a multi-pronged approach to ensuring security. Continued peace and stability in Jammu and Kashmir is one of the prime goals set by PM @narendramodi Ji. pic.twitter.com/lRNapSvy7g
— Amit Shah (@AmitShah) June 23, 2023
9 जून को भी हुई थी एक बैठक
वहीं, 9 जून को नई दिल्ली में एक बैठक में, शाह ने कहा था कि मोदी सरकार की प्राथमिकता आरामदायक अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करना है. तब उन्होंने अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में पूरे तीर्थयात्रा मार्गों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने का निर्देश दिया था. तीर्थयात्री जम्मू और कश्मीर में दो मार्गों बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं.
[समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ]