Are there really flying snakes Intresting facts about Gliding snake


Flying Snakes: हमारे देश में गांवों और कस्बों में अक्सर ये बात कही जाती है कि रात में आसमान से उड़ने वाले सांप गुजरते हैं. वहीं आपने फिल्मों में भी सांपों को उड़ते हुए देखा होगा. इंटरनेट पर कई वीडियोज भी ऐसे सामने आ जाते हैं जिसमें उड़ने वाले सांप दिखाए जाते हैं. ऐसे में सवाल ये उठता हैकि क्या वाकई में उड़ने वाले सांप होते हैं? और यदि हां तो सांपों के पंख भी होते हैं? फिर वो दिखते क्यों नहीं? चलिए आज हम इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं.

वाकई में होते हैं उड़ने वाले सांप?

दुनियाभर में लगभग सांपों की तीन हजार प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से एक प्रजाति उड़ने वाले सांपों की भी होती है. अब आपके मन में ये सवाल आया होगा कि उड़ने वाले सांप दिखते क्यों नहीं? तो बता दें आमतौर पर उड़ने वाले सांप ज्यादा दिखते नहीं हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये बहुत ज्यादा जहरीले तो नहीं होते हैं, लेकिन उड़ने के कारण लोगों में इनका खौफ बहुत ज्यादा रहता है. वैज्ञानिकों ने साल 2020 में एक शोध किया था, जिसमें उड़ने वाली प्रजाति पर हाई स्पीड कैमरे लगाकर वैज्ञानिकों ने इसका पता लगाया था. ये शोध पैराडाइस ट्री स्नेक या क्रिसोपेलिया पाराडिसी प्रजाति के सांपों पर हुआ था.

ये उड़ने वाले सांपों की सबसे छोटी प्रजाति है. जिनकी लंबाई लगभग 3 फीट तक होती है. इन काले रंग के सांपों के शरीर पर हरी धारियां बनी होती हैं. खास बात ये है कि उन्हें एक पेड़ की एक शाखा से दूसरी शाखा तक पहुंचने के लिए भी रेंगना नहीं पड़ता बल्कि ये उड़कर पहुंच जाते हैं.

कैसे उड़ लेते हैं सांप?

बता दें अड्यूलेशन एनएबल्स ग्लाइडिंग इन फ्लाइंग स्नेक्स शीर्षक से नेचर फिजिक्स जर्नल में एक अध्ययन प्रकाशित किया गया था, उसके अनुसार उड़ने वाले सांप हवा में उड़ने के लिए बेहद अलग और खास तरीके से हिलते हुए आगे बढ़ते हैं और हवा में S का आकार बनाते हैं. इस प्रक्रिया को अनड्यूलेशन कहते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक इन सांपो के शरीर का पीछे का हिस्सा इनको हवा में धकेलने में काम करता है. इन्हे ग्लाइडिंग स्नेक भी कहा जाता है.

इन जगहों पर पाए जाते हैं उड़ने वाले सांप

उड़ने वाले सांपों की प्रजातियां दक्षिणपूर्व एशिया के अलावा श्रीलंका, दक्षिण चीन और फिलीपींस जैसी जगहों पर पाए जाते हैं. ये भारत में भी कुछ जगहों पर पाए जाते हैं. ये इंसानों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं होते, इनके काटने से इंसान की मौत नहीं होती, हालांकि इनके काटने का थोड़ा असर जरुर होता है.

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