Army Police or Para Military Force where do you get the highest salary | आर्मी, पुलिस या फिर पैरा मिलिट्री फोर्स
भारत में सेना, पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि इनमें से किस क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन मिलता है. यह एक महत्वपूर्ण सवाल है, क्योंकि वेतन किसी भी करियर विकल्प को चुनने में एक महत्वपूर्ण कारक होता है. इस लेख में, हम इन तीनों क्षेत्रों में वेतन संरचना, भत्तों और अन्य लाभों की तुलना करेंगे ताकि आप एक सूचित निर्णय ले सकें.
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सेना (आर्मी) में सैलरी
भारतीय सेना में वेतन रैंक, अनुभव और तैनाती के स्थान के आधार पर अलग-अलग होता है. सेना में अधिकारियों और जवानों दोनों के लिए अलग–अलग वेतनमान हैं. सेना में अधिकारियों को अन्य भत्तों के साथ–साथ मूल वेतन भी मिलता है, जैसे कि महंगाई भत्ता, आवास भत्ता, और चिकित्सा सुविधाएं. सेना में उच्च पदों पर पहुंचने के साथ वेतन में काफी वृद्धि होती है.
बता दें एक जवान की शुरुआती सैलरी लगभग 25,000 रुपये से 35,000 रुपये प्रति माह हो सकती है, जिसमें महंगाई भत्ता और हाउस रेंट अलाउंस (HRA) भी शामिल होते हैं. वहीं एक कर्नल को लगभग 1,00,000 रुपये तक की सैलरी मिलती है. वहीं, जनरल जैसे उच्च रैंक के अधिकारियों को 2,00,000 रुपये तक की सैलरी मिलती है.
पुलिस में सैलरी
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और राज्य पुलिस सेवा (एसपीएस) में सैलरी सेना के समान ही होती है. पुलिस अधिकारियों को भी मूल वेतन के साथ–साथ अन्य भत्ते मिलते हैं. हालांकि, पुलिस अधिकारियों को सेना के अधिकारियों की तुलना में कुछ कम भत्ते मिल सकते हैं.
जहां एक पुलिस कांस्टेबल की सैलरी लगभग 25,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच होती है. वहीं एक डीएसपी को लगभग 80,000 से 1,00,000 रुपये तक की सैलरी मिल सकती है. वहीं, आईजी जैसे उच्च रैंक के अधिकारियों को 1,50,000 से 2,00,000 रुपये तक की सैलरी मिल सकती है.
पैरामिलिट्री फोर्स में वेतन
पैरामिलिट्री फोर्स में वेतन भी रैंक और अनुभव के आधार पर अलग-अलग होता है. सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी जैसे पैरामिलिट्री फोर्स में वेतन संरचना सेना और पुलिस के समान ही होती है. पैरामिलिट्री फोर्स में भी अधिकारियों को मूल वेतन के साथ–साथ अन्य भत्ते मिलते हैं.
पैरामिलिट्री फोर्स में एक कांस्टेबल या जवान की सैलरी 25,000 से 35,000 रुपये के बीच होती है, जो कि उनके पद और अनुभव के आधार पर अलग-अलग हो सकती है. वहीं एक रैंकिंग अफसर जैसे कमांडेंट की सैलरी 75,000 से 1,00,000 रुपये के बीच होती है. डिप्टी कमांडेंट या जोनल कमांडर की सैलरी 1,00,000 रुपये तक हो सकती है.
सैलरी की तुलना
यदि हम केवल सैलरी के नजरिये से देखें तो पैरा मिलिट्री फोर्स के उच्च रैंक वाले अधिकारियों को उच्चतम वेतन मिलता है, खासतौर पर सीआरपीएफ, बीएसएफ और सीआईएसएफ जैसे बलों के विशेष अधिकारियों को. इनमें से ज्यादातर अधिकारियों की सैलरी 1,00,000 से 1,50,000 रुपये तक होती है, जो पुलिस और आर्मी के अधिकारियों से ज्यादा है. हालांकि, यदि हम आमतौर पर शुरुआत करने वाले जवानों की सैलरी की बात करें, तो आर्मी और पुलिस के जवानों की सैलरी आमतौर पर समान होती है, जो 25,000 से 35,000 रुपये के बीच होती है.
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