Baccho Ko Phone Se Kaise Door Rakhe | Bacho Ko Mobile Se Kaise Dur Rakhe | Mobile Se Baccho Ko Nuksan | Phone Se Chutkara Kaise Paye | How To Distract Kids From Mobile | Break Smartphone Addiction In Children
How to Stop Mobile Phone Addiction of the Child : बच्चे को मोबाइल की लत से छुटकारा कैसे पाएं? अगर आजकल आपके जहन में भी यही सवाल घूमता है तो आप सही जगह आए हैं. आजकल छोटे-छोटे बच्चों का स्क्रीनटाइम बहुत बढ़ गया है. बच्चे बाहर खेलने नहीं जाते और घर पर ही ज्यादा समय बिताते हैं. स्कूल के काम, ट्यूशन और न जाने कैसे कैसे प्रोजेक्ट करने के लिए उन्हें लेपटॉप या फोन का सहारा लेना पड़ रहा है. हालांकि बच्चे को मोबाइल या टीवी या लैपटॉप देखने बिल्कुल नहीं देना चाहिए. बच्चों को कितने घंटे फोन चलाना चाहिए? इसके जवाब में एक्सपर्ट करते हैं कि 2 साल से 12 साल के बच्चों को पूरे दिन में 1 घंटे ही मोबाइल देना चाहिए. और 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को या एडल्ट को अपने स्क्रीन टाइम का समय 2 घंटे से ज्यादा नहीं रखना चाहिए.
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कितने साल के बच्चे को फोन देना चाहिए?
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2016 की किड्स एंड टेक: इ एवोल्यूशन ऑफ टुडेज डिजीटल नेटिव्स की एक रिपोर्ट में इस सवाल का जवाब दिया गया है. इसमें कहा गया है कि पेरेंट्स को अपने बच्चों को 10 साल की उम्र के बाद ही फोन देना चाहिए.
Harmful Effects Of Mobile | फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से बच्चों को होने वाले नुकसान
नेत्र चिकित्सकों का मानना है कि गतिहीन जीवनशैली और स्क्रीन का लंबे समय तक उपयोग करने से 2030 तक शहरी भारत में 5-15 वर्ष की आयु के एक-तिहाई बच्चे मायोपिया से पीड़ित होंगे. मायोपिया को आमतौर पर निकट-दृष्टि दोष के रूप में जाना जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जहां वस्तुएं स्पष्ट रूप से नजर नहीं आती हैं. यह दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दा बन गया है. दुनिया भर में 2050 की शुरुआत में हर दो में से एक व्यक्ति निकट दृष्टि दोष का शिकार हो जाएगा, बच्चों और युवा वयस्कों में यह बढ़ रहा है.
मोबाइल की लत छुड़ाने के 7 तरीके | बच्चों में मोबाइल की लत कैसे छुड़ाए | How to Stop Mobile Phone Addiction of the Child
- डांट नहीं प्यार : माना कि आपके पास बहुत काम है. और आप अपने बच्चे को समझा समझा कर थक चुके हैं, तो भी अपने गुस्से पर कंट्रोल करें और बच्चे को डांट की बजाए हर बार समझाने की कोशिश करें.
- खुद को सुधारे : हम यह तो चाहते हैं कि हमारे बच्चे सुधर जाएं, लेकिन खुद को सुधारने की दिशा में हम कोई काम नहीं करते. और जैसा कि हम सुनते और समझते आएं हैं बच्चे सिखाने से नहीं देख कर सीखते हैं. तो अगर आप चाहते हैं कि बच्चे मोबाइल फोन से दूर रहें, तो पहले आपको उनके सामने मोबाइल से दूरी बनानी होगी.
- बच्चों को टाइम दें : कम उम्र में बच्चों के लिए सबसे महत्वपूर्ण उनके पेरेंट्स होते हैं. अगर कोई बच्चा माता पिता को छोड़कर किसी दूसरी चीज को अहमियत दे रहा है तो इसका मतलब है कि उस पर ध्यान नहीं दिया गया है. अपने बच्चे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बताएं.
- मोबाइल की आदत छुड़ाने के लिए बच्चें को बिजी रखें: बच्चों को मोबाइल से दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उन्हें बिजी रखें. आप उन्हें कुछ टास्क दे सकते हैं आउटडोर गेम्स में इंवॉल्व कर सकते हैं.
- दोस्त बनाएं : बच्चों को प्रोत्साहित करें कि वे अपने आस पड़ोस में दोस्त बनाएं और उनके साथ खेले. ऐसा करने से वे अपने पीयर ग्रुप के लालच में फोन से दूर रहेंगे और उनका समग्र विकास होगा.
- एकदम से फोन न छीनें : अगर आप भी अक्सर बच्चों के हाथ में फोन देखते ही उसे छीन लेने हैं तो ऐसा न करें. इससे वह चिड़चिड़ा हो सकता है. आराम से समय देकर उससे फोन लें.
- स्क्रीन टाइम निर्धारित करें : जैसा कि हमने ऊपर बताया बच्चों का स्क्रीन टाइन उसी हिसाब से तय करें. उम्र के हिसाब से बच्चों को फोन दें. उनके आग्रह पर अगर आप उनका फोन देखने का समय बढ़ा रहे हैं, तो भी उससे ज्यादा न होने दें. बेहतर होगा कि आप सिर्फ एक घंटे के लिए उन्हें फोन दें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)