Banda Crime News: 6 का बजा चुकी थी ‘बैंड’… 7वां दूल्हा था राडार पर… बांदा पुलिस ने दबोचा गिरोह
बांदा में फर्जी शादी कर लोगों को चपत लगाने वाली दुल्हन गिरफ्तार लुटेरी दुल्हन और उसका गैंग अपने सातवें शिकार की तलाश में था पकड़ा गया गैंग अब तक 6 लोगों को निशाना बना चुका था
बांदा. उत्तर प्रदेश की बांदा पुलिस ने एक ऐसे गिरह को दबोचा है जो उन लोगों को शिकार बनाता था, जिनकी शादी नहीं हो रही होती है. बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास के जिलों में यह गिरोह फर्जी शादी कर उनसे पैसे और जेवर की लूट करता था. पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को अरेस्ट किया है जिसमें लुटेरी दुल्हन भी शामिल है.
इस गिरोह में जालौन की युवती दुल्हन बनती थी और कानपुर के सजेती की रहने वाली महिला दुल्हन की मां बनती थी. दरअसल, देहात कोतवाली के जमालपुर गांव निवासी शंकर उपाध्याय ने पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की थी उसके साथ शादी के नाम पर ठगी की जा रही है. जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की महोखर गांव चौराहे से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने जो खुलासा किया उससे पुलिस भी चौंक गई.
इन लोगों को बनाते थे निशाना
आरोपियों ने बताया कि ये लोग उसे निशाना बनाते थी जिनकी शादी नहीं हो रही होती थी. ऐसे लोगों से शादी कराने के नाम पर पैसा लेकर गिरोह की युवती से शादी करा देते थे. शादी नोटरी पर होती थी. इसके बाद दुल्हन बनी गिरोह की युवती कुछ दिन तक दूल्हे के साथ रहती थी, फिर मौका पाकर घर के जेवर और रुपये लेकर भाग जाती थी. अब तक इस गैंग ने 6 लोगों को निशाना बनाया है. लेकिन सातवें शिकार के दौरान पुलिस ने इस गिरोह को धर दबोचा.
अब तक गिरोह ने 6 को बनाया निशाना
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने जानकारी देते हुए बताया कि गिराेह में जालौन के माधौगढ़ की ज्योति दुल्हन बनती थी. कानपुर की सजेती निवासी संजना उसकी मां बनती थी. इसके अलावा शामिल बदौसा थाना क्षेत्र के विमलेश वर्मा और सजेती थाना क्षेत्र निवासी धर्मेंद्र प्रजापति शिकार की तलाश करते थे. शिकार मिलने के बाद नोटरी पर शादी कराई जाती थी. अब तक इस गिरोह ने छह लोगों को निशाना बनाया है. आरोपियों के पास से चार मोबाइल, पांच हजार रुपये और दो आधार कार्ड बरामद किया गया है.
ऐसे पकड़ा गया गिरोह
दरअसल, देहात कोतवाली में जमालपुर गांव निवासी शंकर कि शादी नहीं हो रही थी. एक महीने पहले गोरः के सदस्य विमलेश वर्मा से शंकर की मुलाक़ात हुई. विमलेश ने शंकर की शादी कराने की बात कही. उसने बताया कि वह शादी करवाने का काम करता है. लेकिन शर्त रखी कि शादी कराने का खर्च डेढ़ लाख रुपये पड़ेगा. जिस पर शंकर तैयार हो गया. इसके बाद विमलेश ने शंकर को 21 दिसंबर को बांदा कचहरी बुलाया और कहा कि लड़की पसंद कर लो. बांदा कचहरी पहुंचते ही विमलेश व उसके साथियों ने डेढ़ लाख रुपये मांगे. जिसपर शंकर ने लड़की का आधार कार्ड मांगा तो गैंग ने दूसरे लोगों के नाम पता दिया. जिस पर शंकर का माथा ठनका और ठगी का एहसास हुआ. उसने तुरंत कोतवाली पुलिस में तहरीर दी. जिसके बाद पुलिस ने इस गिरोह को धर दबोचा.
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FIRST PUBLISHED : December 24, 2024, 10:18 IST