Bangladesh News: जादू की झप्पी से कुछ पता चला, शेख हसीना को क्यों बांग्लादेश से भागना पड़ा? बाइडन की शरण में यूनुस
संयुक्त राष्ट्र. बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र (UNGA) के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की. इस दौरान जो बाइडन ने जिस तरह मोहम्मद यूनुस को गले लगाया, उससे साफ पता चलता है कि शेख हसीना को बांग्लादेश से आखिर क्यों भागना पड़ा था.
शेख हसीना ने बांग्लादेश में अपने खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के पीछे अमेरिका पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. हसीना ने इसके साथ ही अतीत में अमेरिकी दखल की तरफ भी इशारा किया था. इन विरोध प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा था.
अमेरिका से यूनुस की गलबहियां
एक तरफ हसीना दुनिया के किसी भी देश में शरण की आस लिए आनन-फानन में भारत आ गईं. तो उधर उनके जाने के बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी कामचलाऊ सरकार ने अमेरिका से गलबहियां भी शुरू कर दी. पहले तो मोहम्मद यूनुस ने 15 सितंबर को ढाका में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी. वहीं अब यूएनजीए से इतर बाइडन ने जिस गर्मजोशी के साथ यूनुस का स्वागत किया, वह बांग्लादेश में अमेरिकी दखल की तरफ साफ इशारा दे रही है.
बाइडन से मुलाकात के बाद बांग्लादेश सरकार की तरफ से बयान भी आया, जिसमें बताया गया कि अमेरिका ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को पूरा सपोर्ट देने का वादा किया है. इस प्रेस नोट में बताया गया कि यूनुस ने बांग्लादेश को दोबारा खड़ा करने में अमेरिका से मदद मांगी और बाइडन को बताया कि कैसे छात्रों ने ‘पिछली सरकार के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई’. प्रेस नोट के अनुसार, जो बाइडन ने कहा कि अगर छात्र अपने देश के लिए इतना त्याग कर सकते हैं, तो ‘उन्हें भी और अधिक करना चाहिए’.
बांग्लादेश की कमान संभालने के बाद पहली बार अमेरिका पहुंचे मोहम्मद यूनुस ने यहां संयुक्त राष्ट्र सत्र में विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा और मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क सहित कई अन्य नेताओं से भी मुलाकात की.
बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना करने वाले जाने-माने अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया था. बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता से बेदखली के बाद उन्होंने 8 अगस्त को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली थी. शेख हसीना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान वहां अल्पसंख्यकों और खासकर हिन्दुओं के साथ हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं. इन घटनाओं को रोकने में यूनुस सरकार की नाकामी ने इस नोबेल विजेता पर कई सवाल कर दिए थे.
FIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 07:14 IST