Basti News: असली शादी में नकली सामान! दूल्हा-दुल्हन के अरमानों पर फिर पानी, यूपी में अफसरों ने इस योजना में किया बड़ा खेल


हाइलाइट्स

बस्ती में अफसर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में लगा रहे पलीता गरीब बेटियों की शादी में कमीशन के चक्कर में उन्हें नकली सामान दिया मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी बस्ती ने जांच के आदेश दिए

बस्ती. कमीशनखोरी की इंतहा देखनी हो तो बस्ती में आयोजित मुख्यमंत्री शादी समारोह में आइए, जहां गरीब बहनों को सरकार की तरफ से कराई जा रही शादी में ऐसा खेल रचा गया, जिसकी गूंज यकीनन बस्ती से लखनऊ तक जाएगी. सरकार गरीब बेटियों की शादी के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही मगर बड़े साहब कमीशन के चक्कर में बेटियों के हक पर भी डाका डालने से गुरेज नहीं कर रहे. बस्ती में मंगलवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ, जिसमें 543 गरीब बेटियों की शादी कराई गई. मगर आरोप है कि इस दौरान शादी में बुलाई गई बेटियों को उपहार के तौर पर नकली सामान बांट दिए गए.

शादी के दौरान जब बेटियों को समाज कल्याण विभाग की तरफ से उपहार में दिए जाने वाले समान दिए गए तो दुल्हन और दूल्हे सहित उनके परिवार के लोगों के होश उड़ गए. नियम और मानकों धज्जियां उड़ाते हुए गरीब बेटियों की गरीबी का जमकर मजाक बनाया गया. आभूषण में नकली पायल, श्रृंगार में मिलने वाले सामनों में नकली लिपस्टिक, शीशा और बर्तन सहित घटिया गुणवत्ता की साड़ी देकर समाज कल्याण अधिकारी और ठेकेदार ने मिलकर पूरे बजट का बंदरबांट कर लिया.

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विश्व हिंदू महासंघ ने किया खुलासा
इस बात की खबर जैसे ही हिन्दू संगठनों को लगी तो वे मौके पर पहुंचे. विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष दल बल के साथ पहुंचे, जहां उन्होंने समाज कल्याण विभाग द्वारा दिए जा रहे उपहार की जब जांच की तो देखा करीब सभी समान नकली है. यहां तक कि पायल भी नकली थमा दिया गया. इसके बाद हंगामा होने लगा और कई दुल्हनों ने इसका विरोध किया.

सरकार की तरफ से दिए जाते हैं ये उपहार
शासन के नियम मुताबिक मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में ऐसी बेटियों को चुना जाता है जो बेहद गरीब है और शादी का खर्च नहीं उठा सकतीं। सरकार की तरफ से उन्हें उपहार और 51 हजार जीवन यापन के लिए मिलते है. उपहार में ISI रजिस्टर्ड आभूषण, कुकर, श्रृंगार के समान, साड़ी जिसकी लंबाई 5 मीटर से कम न हो, सहित अन्य सामान दिए जाते है. मगर कमीशनखोरी के चक्कर में ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सामनों की क्वालिटी कम कर देते है, जिससे कमीशन का पैसा उनकी जेब में आ सके.

गरीब बेटियों की गरीबी का मजाक
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में की जा रही कमीशनखोरी से पर्दा उठाने वाले विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष और महामंत्री ने बताया कि गरीब बेटियों की गरीबी का मजाक बनाया जा रहा. सरकार की तरफ से उपहार में मिलने वाले सामनों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया और उन्हें नकली सामान दे दिए गए. उन्होंने मांग किया कि इस प्रकरण की जांच कराकर कमीशन खाने वाले समाज कल्याण अधिकारी और जिम्मेदार फर्म के खिलाफ सख्त करवाए की जानी चाहिए।

डीएम ने दिए जांच के बाद कार्रवाई के आदेश
जिला अधिकारी रवीश कुमार गुप्ता से जब इस पूरे प्रकरण की शिकायत हुई तो उन्होंने कहा कि बेटियों को अगर घटिया गुणवत्ता का सामान दिया गया है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। डीएम समाज कल्याण अधिकारी की इस कारगुज़ारी से नाराज नजर आए और तत्काल जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कही.

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