Bharatpur News : भरतपुर में बारिश और खराब मौसम ने किया बेड़ा गर्क, 51 हजार हेक्टेयर फसल खराब, गिरदावरी जारी


भरतपुर : भरतपुर जिले में हाल ही में भारी बारिश और मौसम की अनिश्चितता के कारण लगभग 51 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बर्बाद हो गई. अभी यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है. इसका मुख्य कारण यह है कि जिले में अभी तक केवल 76 प्रतिशत क्षेत्र की ही गिरदावरी (फसल की जांच) पूरी हुई है. मौसम विभाग ने फिर से बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. अब किसानों को बाकि बची हुई फसल भी खराब होने की चिंता सता रही है. बारिश से सबसे ज्यादा धान, बाजरा और सब्जी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है.

कृषि विभाग के सहायक निदेशक सुरेश गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि किसानों की इस परेशानी को देखते हुए सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता या अनुदान देने का प्रावधान है. लेकिन इसके लिए कुछ मानक निर्धारित किए गए हैं. सरकारी अनुदान प्राप्त करने के लिए फसल खराब होने का सर्वे किया जाता है.

राज्य सरकार के कृषि विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी मिलकर इस सर्वेक्षण को अंजाम देते हैं. फसल के नुकसान की मात्रा और प्रभावित क्षेत्र का आकलन किया जाता है. यदि किसी किसान की 33% या उससे अधिक फसल नष्ट हो जाती है. वह किसान सरकारी मुआवजे का हकदार हो सकता है. यह मुआवजा प्रति हेक्टेयर के हिसाब से तय किया जाता है और इसकी राशि विभिन्न फसलों पर निर्भर करती है. इसके अलावा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत भी किसानों को सहायता मिल सकती है. बशर्ते उन्होंने फसल बीमा का प्रीमियम पहले से जमा किया हो हालांकि अक्सर किसानों को इस मुआवजे के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है.जिससे उनकी वित्तीय स्थिति और बिगड़ जाती है.

किसान कुलदीप सिंह का कहना है कि इस बार गंभीर नदी और बंद बरैठा बांध के पानी ने भरतपुर और बयाना क्षेत्र में काफी तबाही मचाई है. इसके चलते क्षेत्र में भारी नुकसान देखने को मिला है. इसके अलावा सबसे बड़ा नुकसान किसानों की फसलों को हुआ है, जहां तेज बारिश के कारण फसले पूरी तरह से नष्ट और बर्बाद हो गई हैं. इससे किसान काफी परेशान और चिंतित दिखाई दे रहे हैं. इसके साथ ही बची कुची जो फसल है. वह दोबारा से आने वाले पानी की वजह से नष्ट हो जाएगी. इस वजह से इस बार किसानों को भारी नुकसान झेलने को मिलेगा है. इसलिए हम सरकार से यह अनुरोध करते हैं कि हमें फसलों का उचित मुआवजा दिया जाए.

FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 20:15 IST



Source link

x