Bihar Flood : नेपाल में बारिश बिहार में बर्बादी…गंडक नदी में समा रहे दर्जनों गांव, बाढ़ की चपेट में लांखों की आबादी


पश्चिम चम्पारण. पड़ोसी देश नेपाल में पिछले 48 घंटे से रुक रुक कर लगातार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से गंडक नदी के जलस्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी जारी है. शुक्रवार शाम को गंडक बराज द्वारा पानी छोड़े जाने के बाद, शनिवार की शाम करीब 5 लाख एक हजार 600 क्यूसेक पानी गंडक में छोड़ा गया. गंडक में हुई वृद्धि से वाल्मीकि नगर, बगहा 01 तथा बगहा 02 सहित जिले के कई प्रखंडों के तटीय गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. डराने वाली बात यह है कि जल स्तर में बढ़ोतरी का यह सिलसिला अभी भी जारी है.

बैराज के सभी फाटक खोले गए
गंडक बैराज के अधीक्षक अभियंता नवल किशोर भारती की मानें तो, जल स्तर में हुई वृद्धि को देखते हुए बैराज के सभी ( 36) फाटकों को पूर्ण रूप से खोल दिया गया है. साथ ही स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर तैनात भी कर दिया गया है तथा पल पल की रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही है. बता दें कि नेपाल में पिछले 48 घंटों से हो रही झमाझम बारिश की वजह से नेपाल के देवघाट से 6 लाख 38 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसकी वजह से नीचे के कई इलाकों में एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन गई है.

इन प्रखंडों के लाखों लोग प्रभावित
बता दें कि गंडक के बढ़े जल स्तर से शनिवार रात 8 बजे तक जिले के कई प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. इन प्रखंडों में वाल्मीकि नगर, बगहा 01, बगहा 02, मधुबनी, पिपरासी, भितहा, रामनगर तथा बैरिया शामिल हैं. मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार तक बाढ़ की वजह से बगहा अनुमंडल के सात प्रखंड मिलाकर करीब एक लाख तथा बैरिया के सिंगही गांव के करीब 3 हजार लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं.

बगहा तथा वाल्मीकि नगर के इन गांवों में घुसा पानी
वाल्मीकि नगर स्थित नौका टोला निवासी दिवाकर पांडे बताते हैं कि वाल्मीकि नगर क्षेत्र का ठांडी गांव, चकदहवा, रमपुरवा, लव कुश घाट गांव, हवाई अड्डा कैंप तथा नौका टोला सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. गौर करने वाली बात यह है कि इससे करीब 10 हजार लोगों की आबादी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. ठीक इसी प्रकार बगहा 02 प्रखंड का मंगलपुर, झंडू टोला, बिन टोली, कान्ही टोला, झंडहवा टोला सहित दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है, जिससे करीब 10 से 12 हज़ार लोगों की आबादी बुरी तरह से प्रभावित हुई है.

अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन
जिलाधिकारी दिनेश राय की मानें तो, बाढ़ से बचाव हेतु एस०डी०आर०एफ० तथा एन०डी०आर०एफ० की टीम बगहा में उपलब्ध है. कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल, बगहा सहित अन्य अभियंताओं को 24×7 पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया तथा सभी संबंधित पदाधिकारियों को भी बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में 24 घंटे निगरानी का आदेश जारी किया गया है. इतना ही नहीं, बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्र के भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी, कर्मी एवं एंबुलेट्री वैन को चिकित्सक सहित आवश्यक दवा, उपकरण के साथ अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है.

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