Bihar News: 2025 नहीं 2024 में ही दम दिखाने की तैयारी में PK, पास हो गए तो बढ़ जाएगा कद, फेल हुए तो विरोधियों की बल्ले!


पटना. बिहार में चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने वाले है. ऐसे में उपचुनाव को लेकर लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है. माना जा रहा है कि मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच होगा. लेकिन, इस लड़ाई को प्रशांत किशोर त्रिकोणीय बनाने की तैयारी में दिन रात जुटे हुए हैं. दरअसल प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि उपचुनाव में जन सुराज की मजबूत भागीदारी होगी. प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि 2025 तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है. हमलोग 2024 में ही मामला सेटल कर देंगे.

दरअसल जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. उन्होंने समर्थकों के बीच ऐलान किया कि जन सुराज आगामी चार विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव लड़ेगा. इस अवसर पर प्रशांत किशोर ने जनता से इस फैसले पर राय भी ली और ऐलान करते हुए कहा कि बिहार का चुनाव हम 2025 में जीतना चाहते हैं या 2024 में ही? अगर बिहार की जनता चाहती है तो हमें 2025 तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है. हम इस नवंबर में होने वाले उपचुनावों में ही मामला सेटल कर सकते हैं.

इन चार सीटों पर होना है चुनाव

उन्होंने कहा कि नवंबर में बिहार की चार विधानसभा सीट रामगढ़, तरारी, बेलागंज, और इमानगंज पर उपचुनाव होने जा रहे हैं, जहां के मौजूदा विधायक अब सांसद बन चुके हैं और खुद को बड़े नेता मानते हैं. प्रशांत किशोर ने जनता से पूछा, क्या हम इन चारों को चुनौती देकर हरा सकते हैं? ऐसे में उन्होंने बिहार की जनता से पूछा की आप बताइए चुनौती ले ले, हरा दे इन चारों को अगर नवंबर में ये चारों लोग उपचुनाव हार जाते हैं तो बिहार से इन 4 नेताओं का बोरिया बिस्तर समेटना शुरू हो जाएगा. इसलिए 2025 तक नहीं रुकना हैं. प्रशांत किशोर ने जोर  देते हुए कहा था कि हमारी रणनीति साफ है. अगर हम इन चार महारथियों को नवंबर के उपचुनाव में हराते हैं तो यह एक स्पष्ट संदेश होगा कि 2025 के चुनाव में बिहार की जनता बदलाव चाहती है. इसलिए 2025 तक नहीं रुकना है, हमें अभी से तैयारी करनी है.

PK के लिए बड़ा मौका है उपचुनाव 

वहीं इस बारे में बिहार के वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे कहते है कि PK ने ऐलान कर तो दिया है लेकिन उनके लिए रास्ता इतना आसान नहीं होगा. अगर उनकी पार्टी का उपचुनाव में प्रदर्शन बेहतर नहीं हुआ तो आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी पर विरोधी पार्टियों का हमला तेज होगा और जन सुराज को साइड लाइन करने की पूरी कोशिश की जाएगी. वहीं अगर जनसुराज एक भी सीट जीत जाती है तो इससे न सिर्फ पार्टी के लोगों का उत्साह बढ़ेगा बल्कि अन्य पार्टियों पर एक तरह दबाव भी बढ़ जाएगा. ऐसे में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों को नए सिरे से रास्ता भी खोजना होगा.

Tags: Bihar News, PATNA NEWS



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