बीजेपी के भीतर से उठी आवाज, JNU का बदला जाए नाम

भारतीय जनता पार्टी (BJP) महासचिव सी.टी. रवि ने जेएनयू (JNU) का नाम बदलने की मांग की है. बीजेपी महासचिव के बयान पर जेएनयू छात्रों की प्रतिक्रया आनी शुरू हो गई है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा अनावरण के बाद JNU का नाम बदलने की मांग उठी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP)  महासचिव सी.टी. रवि ने कहा है कि जेएनयू का नाम बदल कर स्वामी विवेकानंद कर दिया जाए.

‘संत का जीवन प्रेरित करेगा’
हाल ही में गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के प्रभारी बनाए गए बीजेपी महासचिव सी.टी. रवि ने कहा है कि जेएनयू का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा जाए. सी.टी. रवि ने ट्वीट किया है, ‘स्वामी विवेकानंद भारत की विचारधार के लिए खड़े हुए थे. उनके दर्शन और मूल्य भारत की ताकत को दर्शाते हैं. यह सही है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय कर दिया जाए. भारत के देशभक्त संत का जीवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.’

इससे पहले भी उठ चुकी है मांग
बता दें कि इससे पहले भी जेएनयू का नाम बदलने की मांग उठ चुकी है. नॉर्थ वेस्ट  दिल्लीक से बीजेपी के सांसद हंसराज हंस ने अगस्त 2019 में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) का नाम बदलने की मांग उठाई थी. उन्होंने कहा था, जेएनयू का नाम बदलकर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर रखते हुए एमएनयू (MNU) कर देना चाहिए. बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने यह बातें जेएनयू में हुए आयोजित एक कार्यक्रम में कही थीं.

जेएनयू छात्र ने जताई आपत्ति
बीजेपी महासचिव के बयान पर जेएनयू छात्रों की प्रतिक्रया आनी शुरू हो गई है. जेएनयू के छात्र सनी धीमान ने कहा है, जेएनयू केवल नाम भर नहीं है यह 50 सालों का इतिहास है. यहां समाज का हर वर्ग शिक्षा हासिल करता है. यदि, भाजपा वास्तव में जेएनयू में रुचि रखती है तो भारत के हर राज्य और जिले में जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों की स्थापना करे.

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