Budget 2025: ‘स्टार्टअप्स को मिलनी चाहिए टैक्स छूट’, DeepSeek ने बताया कैसा हो बजट 2025?
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Budget 2025: दिल्ली में बजट पेश होने वाला है और DeepSeek AI ने सुझाव दिए हैं: गरीबों, किसानों, मिडिल क्लास की फिक्र, हेल्थकेयर, शिक्षा, रोजगार, डिजिटल इंडिया, छोटे व्यापारियों को समर्थन, पर्यावरण, सरल टैक्स, ‘म…और पढ़ें

DeepSeek AI ने बताया कैसा होना चाहिए आगामी बजट
हाइलाइट्स
- DeepSeek AI ने सुझाव बजट में गरीबों, किसानों और मिडिल क्लास की फिक्र होनी चाहिए.
- छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स को टैक्स छूट मिले.
- हेल्थकेयर, शिक्षा और रोजगार योजनाओं पर खर्च बढ़े.
दिल्ली: कुछ ही देर में बजट पेश होने वाला है. चाय की दुकान से लेकर दफ्तर की कैंटीन तक, सब जगह एक ही चर्चा—”इस बार सरकार हमारे लिए क्या लाने वाली है?” कोई टैक्स छूट की उम्मीद लगाए बैठा है, तो कोई महंगाई से राहत चाहता है और इस बीच, एक नयी खिलाड़ी ने अपनी राय दे डाली— जीं हां, DeepSeek, जिसकी चर्चा पिछले एक हफ्ते से पूरी दुनिया में हो रही है. तो चलिए जानते है DeepSeek AI ने क्या बताया कि उसका ‘ड्रीम बजट’ कैसा होगा…
1.सबको साथ लेकर चलो—बजट सिर्फ अमीरों के लिए नहीं
AI का पहला सुझाव यही है कि सरकार को सिर्फ बड़े उद्योगपतियों की नहीं, बल्कि गरीबों, किसानों और मिडिल क्लास की भी फिक्र करनी चाहिए.
हेल्थकेयर और शिक्षा पर खर्च बढ़े— खासतौर पर गांवों में अस्पताल और स्कूलों को मजबूत किया जाए.
रोजगार योजनाएं मजबूत हों— मनरेगा जैसी योजनाओं को और ताकत दी जाए ताकि हर हाथ को काम मिले.
2. सड़कों से इंटरनेट तक—बुनियादी ढांचे पर जोर
AI की समझदारी देखिए, कह रहा है कि सिर्फ बड़ी-बड़ी इमारतें बनाने से कुछ नहीं होगा, डिजिटल इंडिया भी मजबूत होना चाहिए.
– गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंचे, ताकि डिजिटल डिवाइड खत्म हो.
– सोलर और पवन ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाए, ताकि हमारा देश साफ-सुथरी ऊर्जा का केंद्र बने.
– रेलवे, हाईवे, एयरपोर्ट पर ज्यादा ध्यान दिया जाए ताकि देश की अर्थव्यवस्था सरपट दौड़ सके.
3. छोटे व्यापारियों की बल्ले-बल्ले
AI का कहना है कि देश की असली ताकत बड़े-बड़े उद्योग नहीं, बल्कि वो छोटे व्यापारी और स्टार्टअप हैं, जो रोज़ी-रोटी चला रहे हैं.
– कम ब्याज पर लोन मिले, ताकि छोटे कारोबारी अपने पैरों पर खड़े हो सकें.
– टैक्स का झंझट थोड़ा आसान हो, ताकि बिज़नेस करना कम पेंचीदा लगे.
– हुनरमंद भारत— यानी युवाओं को ऐसे ट्रेनिंग मिले, जिससे वो नौकरी मांगने के बजाय नौकरी देने वाले बनें.
4.पर्यावरण की चिंता भी जरूरी
AI का कहना है, “सिर्फ कमाने में मत लगो, कुछ पर्यावरण का भी सोचो.”
– इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिले*—ताकि पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम हो.
– किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहन मिले, ताकि ज़मीन की सेहत बनी रहे.
5. टैक्स में सरलता—”समझने में कम, कमाने में ज्यादा टाइम लगे
AI कह रहा है कि टैक्स की उलझनों को थोड़ा कम करो, ताकि लोग बेझिझक टैक्स भरें.
– सीधा और सरल टैक्स सिस्टम हो.
– बड़े उद्योगपतियों पर थोड़ा ज्यादा टैक्स, ताकि देश की अर्थव्यवस्था संतुलित रहे.
– स्टार्टअप को टैक्स छूट मिले, ताकि नई कंपनियां खुलने से रोजगार बढ़े.
6. ‘मेड इन इंडिया’ को ग्लोबल बनाओ
AI को भी समझ आ गया कि अगर ‘आत्मनिर्भर भारत’ को सफल बनाना है, तो ‘मेड इन इंडिया’ को दुनिया में पहचान दिलानी होगी.
– भारत में बने उत्पादों को टैक्स छूट मिले, ताकि कंपनियां विदेश से आयात करने की बजाय यहीं निर्माण करें.
– निर्यात को बढ़ावा मिले, ताकि दुनिया में भारत का माल छा जाए.
7. रक्षा और सुरक्षा भी जरूरी है
AI की नजर सिर्फ अर्थव्यवस्था तक ही सीमित नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा पर भी है.
– डिफेंस सेक्टर में नई तकनीक लाए जाए, ताकि भारत खुद से हथियार बना सके.
– आतंकवाद और साइबर क्राइम के खिलाफ मजबूत प्लान हो, ताकि डिजिटल इंडिया सुरक्षित रह सके.
February 01, 2025, 10:29 IST
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