Burhanpur News : बालाजी महाराज के ताप्ती नदी के तट पर स्नान करते ही शुरू हो जाती है ठंड, 400 वर्षों से करने आते हैं स्नान-As soon as Balaji Maharaj takes bath on the banks of river Tapti, it starts getting cold, people come here for 400 years to take bath
बुरहानपुर. मध्य प्रदेश को ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में आज भी कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल है जहां की अपनी-अपनी मान्यता है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले की ताप्ती नदी के सतियारा घाट पर भगवान बालाजी महाराज नहाने के लिए साल में 3 दिन पहुंचते हैं. जहां पर भक्त भी उनके साथ स्नान करते हैं. बालाजी महाराज जैसे ही ताप्ती नदी में स्नान करते हैं वैसे ही ठंड अपना रूप दिखाना भी शुरू कर देती है. यह कहानी 400 साल पुरानी है. जिसका आज भी निर्वहन हो रहा है और बड़ी दूर-दूर से भक्त इस मेले में शामिल होने के लिए आते हैं.
मंदिर के पुजारी ने बताया महत्व
लोकल 18 की टीम को बालाजी महाराज की सेवा करने वाले 11वीं पीढ़ी के मोहन बालाजी वाले और चंद्रकांत बालाजी वाले ने जानकारी देते हुए बताया कि यह परंपरा करीब 400 साल पुरानी है. भगवान बालाजी महाराज नदी पर स्नान करने के लिए जाते हैं. ताप्ती नदी में स्नान करते हैं. उनके साथ भक्त भी स्थान करने के लिए आते हैं. पहले केवल एक दिन करते थे. लेकिन अब भक्तों की इच्छा पर भगवान तीन दिन तक इस नदी पर स्नान करते हैं. पिछले 400 वर्षों से यह स्नान की परंपरा चली आ रही है.
भगवान स्नान करने के बाद ताप्ती नदी के तट पर सवार होते हैं और वहां पर भक्तों को दर्शन देते हैं. दूर-दूर से भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं. ऐसी भी मान्यता है कि जैसे ही भगवान बालाजी महाराज ताप्ती नदी में स्नान करते हैं तो ठंड भी अपना रूप दिखाना शुरू कर देती है जिले में ठंड बढ़ जाती है.
13 अक्टूबर को करेंगे स्नान
इस बार भगवान बालाजी महाराज 13 अक्टूबर को सुबह 10:00 बजे ताप्ती नदी के सतियारा घाट पर स्नान करेंगे. 15 अक्टूबर तक मेले का आयोजन होगा. जहां पर हजारों की संख्या में भक्त भगवान बालाजी महाराज के दर्शन करने के लिए आएंगे.
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FIRST PUBLISHED : October 11, 2024, 23:37 IST
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