Chhattisgarh Road Accident Tendupatta Laborer 18 Women Died 4 Injured – छत्तीसगढ़ में बड़ा सड़क हादसा : तेंदू पत्ता तोड़ने गई थीं राष्ट्रपति की 18 दत्तक बेटियां, लौटीं लाशें
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कवर्धा में भीषण सड़क हादसे में 18 महिलाओं की मौत हो गई. यह हादसा पिकअप के पलटने की वजह से हुआ. पिकअप में करीब 25 लोग सवार थे, ये सभी तेंदूपत्ता तोड़कर वापस लौट रहे थे. हादसा कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी में हुआ है. पिकअप खाई में गिर गई थी. हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.सभी मृतक बैगा आदिवासी समुदाय के थे. आदिवासियों के इस समुदाय को राष्ट्रपति ने गोद लिया था. यह एक संरक्षित जनजाति समुदाय है.
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया तथा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है.
बैगा जनजाति को सरकार की तरफ से किया जा रहा है संरक्षित
बैगा जनजाति की आबादी लगातार कम होने के कारण सरकार की तरफ से उन्हें संरक्षित किया जा रहा है. देश के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, और उत्तर प्रदेश में यह जनजाति पाई जाती है. मध्य प्रदेश के मंडला, डिंडोरी, और बालाघाट ज़िलों में बैगा लोगों की बड़ी आबादी रहती है.
माना जाता है कि बैगा शब्द की उत्पत्ति हिन्दी शब्द वैद्य से हुई है जिसका मतलब चिकित्सक होता है. बैगा जनजाति के लोग परंपरागत रूप से अर्ध-खानाबदोश जीवन जीते थे और काटने और जलाने का काम करते थे. बैगा जनजाति को मध्य भारत के जंगलों के पेड़-पौधों से औषधियां बनाने और इलाज करने में माहिर माना जाता है.
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