Christmas 2024: ये देश 25 दिसंबर को नहीं मनाते हैं क्रिसमस, स्कूलों की छुट्टी भी होती है रद्द



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नई दिल्ली (Christmas 2024). 25 दिसंबर को बड़ा दिन कहा जाता है. क्रिश्चियन यानी ईसाई समुदाय के लोग 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं. इस दिन क्रिसमस ट्री सजाते हैं, प्रभु यीशु के गीत गाए जाते हैं और प्लम केक भी खाया जाता है. भारत के कुछ राज्यों में भी क्रिसमस डे की धूम नजर आती है. लेकिन बहुल मुस्लिम आबादी वाले कुछ देश क्रिसमस डे नहीं मनाते हैं. वहां इस दिन स्कूलों की छुट्टी भी नहीं होती है. वहीं, कुछ देश जनवरी में क्रिसमस डे मनाते हैं.

अमेरिका, यूरोप समेत कई देशों में क्रिसमस की रौनक हफ्तेभर पहले से नज़र आने लगती है. भारत में भी क्रिसमस के खास अवसर पर मॉल, बाजार, कैफे आदि सजाए जाते हैं. क्रिसमस से 1-2 दिन पहले स्कूलों में भी रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं. कुछ जगहों पर झांकी भी सजाई जाती है. फिर 25 दिसंबर को स्कूल, बैंक, ऑफिस आदि में सरकारी छुट्टी घोषित कर दी जाती है (Christmas Holiday). जानिए किन देशों में क्रिसमस का त्योहार नहीं मनाया जाता है और कहां जनवरी में मनाया जाएगा.

Christmas Day: यहां नहीं दिखती है बड़े दिन की रौनक
25 दिसंबर को हर जगह क्रिसमस की रौनक नजर आती है. लोग पार्टी करते हैं, घूमने जाते हैं और अपने-अपने तरीके से इस दिन को खास बनाते हैं. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अफगानिस्तान, लीबिया, पाकिस्तान, सोमालिया, ईरान, उज्बेकिस्तान समेत कई देशों में क्रिसमस का त्योहार नहीं मनाया जाता है. दरअसल, इन देशों में मुस्लिम आबादी ज्यादा है और क्रिसमस का किसी को खास क्रेज नहीं रहता है. ईरान में तो इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध बताया जाता है.

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General Knowledge: जनवरी में मनेगा क्रिसमस का त्योहार
यह तो जगजाहिर है कि हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्‍योहार मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन ईसा मसीह का जन्‍म हुआ था. ईसाई धर्म के लोग इसे बड़ा दिन भी कहते हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया 25 दिसंबर को Christmas का त्‍योहार नहीं मनाती है. रूस, मिस्र, यूक्रेन, इथियोपिया, जॉर्जिया, मोल्दोवा, सर्बिया, बेलारूस, मैसेडोनिया, मोंटेनेग्रो और कजाकिस्तान में यह फेस्टिवल 7 जनवरी को मनाया जाता है.

Christmas Origin Story: क्रिसमस की डेट में क्यों आया फर्क?
25 दिसंबर के बजाय 7 जनवरी को क्रिसमस मनाने के पीछे बड़ी खास वजह है. दरअसल, ग्रेगोरियन और जूलियन कैलेंडर में 13 दिनों का अंतर होता है और यही सेम अंतर क्रिसमस की इन तारीखों के बीच भी पड़ रहा है. साल 1582 में पोप ग्रेगोरी ने ग्रेगोरियन कैलेंडर और जूलियस सीजर ने 46 BC में जूलियन कैलेंडर शुरू किया था. 1752 में इंग्लैंड ने जूलियन कैलेंडर की जगह ग्रेगोरियन कैलेंडर फॉलो करना शुरू कर दिया गया. जूलियन कैलेंडर को मानने वाले देश 7 जनवरी को क्रिसमस मनाते हैं.

Tags: General Knowledge, International news, Merry Christmas



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