Dehradun News: प्रॉपटी डीलर हत्याकांड का मास्टरमाइंड निकला ‘फौजी’, 10 करोड़ की सुपारी की पूरी कहानी



HYP 4831102 dehradun news Ad Sh 5402 Deh 1 Dehradun News: प्रॉपटी डीलर हत्याकांड का मास्टरमाइंड निकला 'फौजी', 10 करोड़ की सुपारी की पूरी कहानी

देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र में हुए प्रॉपर्टी डीलर मंजेश कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. 30 नवंबर को हुए इस मर्डर केस में पुलिस ने मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. हत्या के पीछे प्रॉपर्टी विवाद और पैसे का लालच मुख्य कारण रहा. संजय उर्फ फौजी और मंजेश लंबे समय से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम साथ कर रहे थे. राजपुर रोड, सहस्त्रधारा और झाझरा हाईवे पर की गई जमीन डील में ‘फौजी’ ने मोटा मुनाफा सोचा था, लेकिन मंजेश उसमें बराबर की हिस्सेदारी मांग रहा था. इसी विवाद ने फौजी को मंजेश की हत्या की साजिश रचने पर मजबूर कर दिया.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इस कहानी में एक और चौंकाने वाला मोड़ है. हत्या से पहले मंजेश कुमार ने संजय फौजी को खत्म करने के लिए अर्जुन गुसाईं को सुपारी दी थी लेकिन अर्जुन ने यह बात फौजी को बता दी, जिससे पूरा खेल पलट गया. इसके बाद फौजी ने अर्जुन को ही मंजेश को मारने को कहा. अर्जुन ने अपने साथी सचिन को इस मर्डर प्लान में शामिल किया. सचिन को बताया गया कि हत्या के बाद वे मंजेश के खाते से 38 लाख रुपये निकाल सकते हैं. इसके बाद दोनों ने मंजेश को पार्टी के बहाने यमुनोत्री विहार फेस-2 चंद्रबनी में बुलाया. शराब के नशे में धुत मंजेश का जूते के फीते से गला घोंटकर मर्डर कर दिया गया. हत्या के बाद दोनों आरोपी शव ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन गाड़ी चलानी न आने के कारण यह प्लान फेल हो गया. जब पुलिस पहुंची तो दोनों छत से कूदकर भागने की कोशिश में नाकाम रहे.

मास्टरमाइंड फौजी ने दिया 10 करोड़ का लालच
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि संजय उर्फ फौजी ने इस हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अर्जुन और सचिन को लगातार पैसे का लालच दिया. मर्डर के बाद उसने अर्जुन को 50 हजार रुपये और मंजेश की गाड़ी की चाबी दी. गौरतलब है कि अर्जुन और संजय फौजी के बीच मंजेश की हत्या के लिए 10 करोड़ रुपये में डील हुई थी. पुलिस जांच में हत्या के तार हरियाणा और विकासनगर से जुड़े. सचिन को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, जबकि अर्जुन सोनीपत कोर्ट में सरेंडर की फिराक में था. पुलिस ने कोर्ट के बाहर से उसे पकड़ लिया.

2018 में सेना से रिटायर हुआ था फौजी
उन्होंने कहा कि संजय उर्फ फौजी, जो 2018 में सेना से रिटायर हुआ था, का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था. पुलिस के अनुसार, यह पहली बार है जब उसने इस तरह का संगीन अपराध किया है.

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