Delhi CM Will Visit Hanuman Temple Of Connaught Place Today, Hanuman Temple Of Connaught Place Special Things – दिल्ली के सीएम आज कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में करेंगे बजरंग बली के दर्शन, भक्तों क्या आप जानते हैं इस मंदिर की ये खास बात
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खास बातें
- दिल्ली के सीएम का इस मंदिर से है गहरी आस्था.
- पहले भी जा चुके हैं हनुमान भगवान के दर्शन के लिए.
- चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में.
Hanuman Temples In Delhi : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से निकलने के बाद आज दिल्ली के कनॉट प्लेस (सीपी) स्थित हनुमान मंदिर भी जाएंगे. यह मंदिर सीएम केजरीवाल के लिए बेहद खास माना जाता है. चलिए भक्तों को इस मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं. भक्त अगर जपना चाहते हैं विश्व का सबसे लंबा श्रीराम जाप तो चले आइये दिल्ली के कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में महाभारत कालीन श्री हनुमान जी का एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जिसके बारे में कई मान्यताएं हैं, जहां आप भी जाकर हनुमान लला के दर्शन कर सकते हैं.
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श्रीराम के भक्त और कलयुग के देव कहे जाने वाले पवनपुत्र हनुमान के संबंध में माना जाता है कि जो कोई भक्त पूरी श्रद्धा से उनकी स्तुति करता है, हनुमान जी उस पर अपनी कृपा अवश्य बरसाते हैं. देश में ऐसे कई ऐसे हनुमान मंदिर है, जिनके संबंध में मान्यता है कि इनके दर्शन मात्र से ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. आज हम आपको हनुमान जी के एक ऐसे ही प्रसिद्ध मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में महाभारत कालीन श्री हनुमान जी का एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जिसके बारे में कई मान्यताएं हैं, जहां आप भी जाकर हनुमान लला के दर्शन कर सकते हैं.
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दिल्ली के दिल में बसे पवनपुत्र हनुमान
दिल्ली की दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस युवाओं का सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है, लेकिन कनॉट प्लेस में मौजूद भगवान हनुमान का मंदिर लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध है. यहां विराजमान पवनपुत्र हनुमान के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त यहां आते हैं. कहा जाता है कि ये मंदिर दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण महाभारत के समय पर हुआ था.
मंदिर का इतिहास
कहा जाता है कि दिल्ली का ऐतिहासिक नाम इंद्रप्रस्थ है, जो यमुना नदी के तट पर महाभारत-काल में पांडवों द्वारा बसाया गया था. उस समय कौरव हस्तिनापुर पर और पांडव इंद्रप्रस्थ पर राज किया करते थे. कहा जाता है कि पांडवों ने इंद्रप्रस्थ की स्थापना के समय पांच हनुमान मंदिरों की स्थापना की थी, ये मंदिर उन्हीं पांच में से एक माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि अपनी यात्रा के दौरान यहां प्रसिद्ध भक्तिकालीन संत तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना की थी. इस मंदिर में 24 घंटे होने वाले ‘श्रीराम जय राम, जय जय राम॥’ मंत्र का जाप यहां का अद्भुत और खास आकर्षण है. ये विश्व का सबसे लंबा जाप है, जो कई सालों से अनवरत चलता आ रहा है. यही वजह है कि इसकी रिकॉर्डिंग गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी अंकित है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)