Delhi Election Result Live: रुझान में जंगपुरा सीट से पिछड़े सिसोदिया, जानें किसको मिली बढ़त



Delhi Election Result Live: रुझान में जंगपुरा सीट से पिछड़े सिसोदिया, जानें किसको मिली बढ़त


नई दिल्ली:

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election Result) की 70 सीटों पर 5 फरवरी को वोट डाले गए थे. आज शनिवार को मतों की गणना शुरू हो चुकी है. अब शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. रुझान में आप नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) जंगपुरा से पीछे चल रहे हैं. दिल्ली में इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP), बीजेपी (BJP)  और कांग्रेस (Congress) में त्रिकाणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. 

पार्टी आगे  पीछे कुल
आम आदमी पार्टी आप पीछे
कांग्रेस 
बीजेपी 
अन्य

जंगपुरा सीट (Jangpura seat) लाजपत नगर से लेकर दरियागंज तक फैली हुई है. इस सीट पर इस चुनाव में रोचक मुकाबले की संभावना है. दिल्ली के पूर्व उपमुख्य़मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के मैदान में आने के बाद पूरे देश की इस सीट पर नजर है. यह सीट मुस्लिम बहुल मानी जाती है, जहां मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव निर्णायक भूमिका निभाता है. कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर दिल्ली नगर निगम के पूर्व मेयर फरहाद सूरी को टिकट दिया है. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से तरविंदर सिंह मारवाह (Tarvinder Singh Marwah) को मैदान में उतारा है. आइए जानते हैं इस सीट पर अब तक के मतगणना में कौन आगे चल रहा है.                                                                                     

जंगपुरा सीट का क्या रहा है चुनावी इतिहास

जंगपुरा सीट पर 1993 से 2008 के बीच कांग्रेस और BJP के बीच मुकाबला रहा. इस सीट पर अधिकतर चुनावों में इस दौरान कांग्रेस पार्टी को जीत मिली. 2013 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने इस क्षेत्र में मजबूत आधार बना लिया और कांग्रेस व BJP को हाशिए पर धकेल दिया. इस सीट से 1993 में कांग्रेस को जीत मिली थी. इसके बाद 1998, 2003 और 2008 में भी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे थे.  2013, 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की. 

19 स्थानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना

दिल्ली विधानसभा की 70 सीट के लिए हुए चुनाव की मतगणना शनिवार को 19 स्थानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई. दिल्ली की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एलिस वाज ने बताया कि मतगणना के लिए पर्यवेक्षकों और सहायकों, ‘माइक्रो-ऑब्जर्वर’ और प्रशिक्षित सहायक कर्मियों समेत पांच हजार कर्मचारियों को तैनात किया गया है. सबसे पहले बेलैट पेपर की गिनती की गई और उसके 30 मिनट बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में दर्ज मतों की गणना शुरू हुई.




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