Delhi Jagatpuri Fire In Madrasa Youth Selling Coconut Along With Staff Saved 100 Girls Ann


Delhi Jagatpuri Fire: दिल्ली के जगतपुरी के न्यू बृजपुरी इलाके में रविवार (4 जून) को एक मदरसे में आग लगने की घटना सामने आई. जिस समय मदरसे में आग लगी उस वक्त मदरसे के अंदर लगभग 100 बच्चियां थीं, जिनको मदरसे के स्टाफ और आस-पड़ोस के लोगों ने सकुशल बाहर निकाल लिया. 

शुरुआती जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. पुलिस और फायर विभाग का कहना है कि आग की शुरुआत बिजली मीटर से हुई थी. हालांकि, आग की वजह से अंदर जो सामान था वो पूरी तरीके से जलकर खाक हो गया है. इसके अलावा अंदर गैस सिलेंडर भी थे, जिनमें से कुछ सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया और इस वजह से आस-पड़ोस के मकान भी हिल गए. सिलिंडर ब्लास्ट के चलते 2 फायरमैन घायल हुए हैं.

दमकल की 20 गाड़ियां  पहुंची

फायर विभाग के अनुसार इस मामले की सूचना शाम लगभग 5 बजकर 40 मिनट पर मिली. जिसके बाद दमकल की गाड़ियों को मौके पर भेजा गया. तंग गलियों की वजह से फायर की गाड़ियों को मौके तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. मौके पर दमकल की 20 गाड़ियों को भेजा गया. लगभग 1 से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. हालांकि इस दौरान मदरसे की रसोई में रखे गैस सिलिंडरों में भी आग लग गई. 2 सिलिंडर में ब्लास्ट भी हुआ, जिसकी वजह से 2 फायरमैन घायल हो गए. 

मदरसे के सामने रहने वाले लड़कों ने बच्चियों को बचाया

मदरसे के सामने स्थित एक घर में नारियल बेचने वाले कुछ लड़के रहते हैं. जैसे ही मदरसे में आग लगने की उन लड़कों को जानकारी हुई तो सभी लड़के मदद के लिए घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े. इन लोगों ने मदरसे के स्टाफ के साथ मिलकर लगभग 100 बच्चियों को सकुशल बाहर निकाला. लड़कों का कहना है कि आग बिजली के मीटर से शुरू हुई थी और बढ़ती जा रही थी. हम लोग पहले छत की तरफ गए तार का कनेक्शन काटा और फिर बच्चियों को छत के रास्ते सकुशल बाहर निकाला गया.

इनके अलावा गली के ही कुछ लोगों ने बताया कि आग दोपहर बाद लगभग 4 से 4:30 बजे के बाद लगी थी. आसपड़ोस के लोगों ने अंदर फंसी बच्चियों को बाहर निकालने में काफी मदद की. 

सिर्फ बच्चियों के लिए ही था मदरसा

आसपास के लोगों का कहना है कि इस मदरसे में सिर्फ बच्चियां ही पढ़ती थीं. जिसमें कुछ बच्चियां यहां रहती हैं और कुछ आसपास की रहने वाली हैं. जिस समय मदरसे में आग लगी उस समय बच्चियां अंदर ही थीं. जिनको लोगों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.

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