Does an army battalion get any reward for killing terrorists Know the answer
देश की रक्षा करने के लिए भारतीय सेना हमेशा अलर्ट रहती है. देश की सीमा पर घुसपैठ से लेकर आंतकी घटनाओं को रोकने के लिए सेना के जवान तैनात है. लेकिन सवाल ये है कि आतंकियों को मारने पर सेना की बटालियन को इनाम मिलता है या नहीं? आज हम आपको इसका जवाब देंगे.
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भारतीय सेना
भारतीय सेना के जवान आतंकियों के खिलाफ लगातार मुहिम चला रहे हैं. देश में इस समय खासकर जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं इस वक्त ज्यादा हो रही है. जिसके कारण गृह मंत्रालय ने वहां पर अतिरिक्त बलों की तैनाती की है. जम्मू-कश्मीर में सेना के जवान लगभग आए दिन आतंकियों का खात्मा कर रहे हैं. हालांकि कई बार आतंकियों की साजिश का शिकार होने पर हमारे देश के वीर जवान भी शहीद हो हैं. लेकिन सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रखा है.
सेक्शन और प्लाटून
भारतीय सेना का सबसे पहला पायदान सेक्शन होता है. बता दें कि प्रत्येक सेक्शन में दस जवान होते हैं और इसकी कमान सेक्शन कमांडर के पास होती है. सेक्शन कमांडर, हवलदार रैंक का एक अधिकारी होता है. सेक्शन के बाद अगला पायदान प्लाटून है. वहीं करीब 3 सेक्शन मिलकर एक प्लाटून बनते हैं. प्लाटून की कमान प्लाटून कमांडर के पास होती है. प्लाटून कमांडर, कैप्टन, लेफ्टिनेंट या जेसीओ रैंक का अधिकारी होता है.
कंपनी और बटालियन
बता दें कि प्लाटून के बाद अगले पायदान पर कंपनी आती है. कंपनी को यूनिट के मुताबिक स्क्वाड्रन या बैटरी के नाम से भी जाता जाता है. कंपनी में करीब 3 प्लाटून होती हैं और इसका नेतृत्व मेजर या लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के एक अधिकारी के हाथ में होता है. कंपनी के बाद अगले पायदान पर बटालियन आता है. प्रत्येक बटालियन में 4 कंपनियां शामिल होती हैं. बटालियन का नेतृत्व कर्नल रैंक के अधिकारी के हाथ में होता है. वहीं कुछ परिस्थितियों में बटालियन को रेजिमेंट के रूप में भी जाना जाता है.
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई
अब सवाल ये है क बटालियन जब किसी आतंकी को मार गिराती है, तो क्या उसे इनाम मिलता है? इसका जवाब है हां. बता दें कि आतंकियों के खिलाफ जारी कार्रवाई में बटालियन जब किसी बड़े ऑपरेशन में जीत हासिल करती है, तो उस बटालियन को नेतृत्व अधिकारी की तरफ से इनाम दिया जाता है. इतना ही नहीं अगर किसी जवान ने ऑपरेशन में अपनी वीरता और कौशलता से कुछ बड़ा मुकाम हासिल किया है, या साथी जवानों की जान बचाई है. आतंकियों को मार गिराया है, तो ऐसे जवानों का नाम राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भी भेजा जाता है.
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