Doodh Peene Se Cholesterol Badhta Hai Kya Does Milk Increase Cholesterol Level
High Cholesterol Level: हाई कोलेस्ट्रॉल होने का मतलब है कि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है. इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी पुरानी हेल्थ प्रोब्लम्स का खतरा बढ़ जाता है. हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है. अक्सर हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण और जोखिम कारक गलत समझे जाते हैं, जिसकी वजह से हम खराब डाइट लेने लगते हैं. बहुत से लोग मानते हैं कि दूध कोलेस्ट्रॉल रोगियो के लिए अच्छा है वहीं कुछ लोगों को लगता है कि दूध कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है. ऐसे में क्या है सच्चाई और कैसे कंट्रोल कर सकते हैं कोलेस्ट्रॉल लेवल. यहां जानिए.
Table of Contents
क्या दूध पीने से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है? | Can Drinking Milk Increase Cholesterol Level?
यह भी पढ़ें
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, दूध पीने से कोलेस्ट्रॉल लेवल पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है. डेयरी प्रोडक्ट्स से अच्छे और बुरे कोलेस्ट्रॉल दोनों के लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा पता चला कि जो लोग दूध का सेवन करते हैं, उनमें कोरोनरी हार्ट डिजीज से पीड़ित होने की संभावना 14 प्रतिशत कम थी. दूध के मध्यम सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल या वजन नहीं बढ़ता है.
डेयरी हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद है?
दूध पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है जिसकी हमारे शरीर को जरूरत होती है. कैल्शियम से भरपूर दूध हड्डियों को मजबूत बनाने और बुढ़ापे में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने में मदद करता है. दूध फास्फोरस, विटामिन ए और बी 12, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जिंक और आयोडीन में भी भरा होता है.
हाई कोलेस्ट्रॉल फूड्स खाने का सही तरीका
हाई कोलेस्ट्रॉल रोगियों को एक बैलेंस डाइट बनाए रखने की सलाह दी जाती है. माना जाता है कि डेली एक गिलास दूध, हर हफ्ते 4 से 6 अंडे या हफ्ते में दो बार चिकन और मांस खाने से आपके स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं हो सकता है. आपको डीप-फ्राइड और ऑयली फूड्स से बचना चाहिए. इस प्रकार के फूड्स में ट्रांस फैट होता है, जो सबसे अनहेल्दी प्रकार का फैट होता है.
कभी नहीं आएगा अचानक हार्ट अटैक! Sr. Cardiologist ने बताए रामबाण उपाय…
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.