Eagle eyes are many times sharper than humans they can see their prey from kilometers away


धरती पर अनगिनत जीव मौजूद हैं. वैज्ञानिकों ने अभी तक बहुत सारे पशु-पक्षियों और उनके प्रजाति के बारे में खोज की है. वहीं बहुत सारे पशु-पक्षियों के बारे में जानना बाकी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक पक्षी ऐसा भी है, जो मनुष्यों से कई गुना दूर तक आसानी से देख सकता है. जी हां, आज हम आपको बताएंगे कि आखिर इस पक्षी का क्या नाम है और ये कितने दूर तक अपने शिकार को देख सकता है. 

इंसान की आंख

इंसान को लेकर कहा जाता है कि इंसान की आंख काफी दूर तक बिल्कुल साफ-साफ देख सकती है. इतना ही नहीं इंसान की आंख अधिकांश रंगों को भी पहचान सकती है. लेकिन जानवरों के साथ ऐसा नहीं होता हैं. बता दें कि दुनिया में आमतौर पर जितने भी क्रिएचर यानि जीव जंतु हैं, उन सबके पास आंखें हैं. जिससे वो देखते हैं, कुछ जीव जंतु इंसानों की तरह साफ साफ देखते हैं, तो कुछ को चीजें रंगों के तौर पर नजर आती हैं. आंखों का आकार ऑप्टिकल रिज़ॉल्यूशन निर्धारित करता है. आंखें जितनी बड़ी होंगी, रिज़ॉल्यूशन उतना ही अधिक होगा. हालांकि इसमें अपवाद भी हैं.

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बाज

बाज की आंख को लेकर कई मुहावरा भी है. बाज की आंख को सबसे तेज माना जाता है. बता दें कि बाज का वजन एक किलो से भी कम होता है. उसकी आंखें छोटी होती हैं. लेकिन वो कई गुना बेहतर देख सकता है, भले ही वह बहुत छोटा और हल्का देख पाता है. हालांकि बाज की आंख का आकार इंसान के समान ही होता है, बाज की आंख का पिछला भाग चपटा होता है. वजन के हिसाब से उनकी आंखें उनके दिमाग से आकार में बड़ी बताई जाती हैं. ये उनकी आंख की ताकत ही है कि दुनिया में अच्छे कैमरों की परख को ईगलआई के तौर पर माना जाता है. 

ईगल आई

आपने सुना होगा कि तेज आंख वालों को कभी-कभी “ईगल-आइड” कहा जाता है. ईगल्स पांच अलग-अलग रंग की गिलहरियों की पहचान कर सकते हैं. वो काफी दूर से अपने शिकार का पता लगा सकते हैं. चील के अलावा बाज, बाज़ और उल्लू जैसे पक्षियों को रैप्टर के रूप में भी जाना जाता है, जिनमें असाधारण दृष्टि होती है. ये अपने शिकार को आसानी से पहचानकर शिकार करने में सक्षम होते हैं. रैप्टर को “शिकारी पक्षी” के रूप में भी जाना जाता है. 

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