F-16, F-35, B-1 Bomber… अमेरिका अपने घातक फाइटर जेट को भारत क्यों भेज रहा, क्या चीन से है कोई कनेक्शन?

[ad_1]

Last Updated:

Aero India 2025: एयरो इंडिया 2025 में ग्लोबल सीईओ सहित देश की प्रमुख निजी रक्षा एवं एयरोस्पेस विनिर्माण कंपनियों के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भाग लेंगे. इंडिया पैवेलियन स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं और व…और पढ़ें

अमेरिका अपने घातक फाइटर जेट को भारत क्यों भेज रहा, क्या चीन से है कोई कनेक्शन?

एयरो इंडिया-2025 में अमेरिका का एफ-35 फाइटर जेट भी शामिल होगा. (एपी)

हाइलाइट्स

  • एयरो इंडिया 2025 में अमेरिका अपने फाइटर जेट्स दिखाएगा.
  • भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को नई ऊंचाई मिलेगी.
  • एयरो इंडिया 2025 में 14 फरवरी तक चलेगा.

बेंगलुरु. एयरो इंडिया-2025 में अमेरिका भी अपने एडवांस फाइटर जेट के साथ शिरकत करने के लिए तैयार है. यह 15वीं बार है जब अमेरिका एशिया के सबसे अहम एयरोस्पेस और डिफेंस ट्रेड शो में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा. अमेरिका इस एग्जीबिशन में एडवांस एयरक्राफ्ट की एक सीरीज को सबके सामने पेश करेगा, जो अमेरिका और भारत के बीच मजबूत और बढ़ते रक्षा और एयरोस्पेस साझेदारी को एक नए मुकाम पर पहुंचाएगा. दोनों देश क्षेत्रीय सुरक्षा, स्थिरता, आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और विविध व्यापार और रणनीतिक निवेश संबंधों के माध्यम से इसे और मजबूत कर रहे हैं. एयरो इंडिया 2025 सोमवार से शुरू होकर 14 फरवरी तक चलेगा.

एयरो इंडिया 2025 में, दो दर्जन से अधिक अमेरिकी एग्जीबिटर्स भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे, नए व्यापारिक मौकों का पता लगाएंगे और एविएशन और डिफेंस में इनोवेटिव सॉल्यूशंस पेश करेंगे. ये कंपनियां मानव रहित एयर सिस्टम्स प्रणालियों (UAS), फाइटर जेट, एडवांस एवियोनिक्स और डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक नया आयाम गढ़ेगी.

नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के चार्ज डी’अफेयर्स जॉर्गन एंड्रयूज अमेरिकी डेलिगेशन की अगुवाई करेंगे, जिसमें अमेरिकी राज्य, रक्षा और वाणिज्य मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. एंड्रयूज ने कहा, “अमेरिका एक बार फिर एयरो इंडिया में भाग लेने और भारत के साथ हमारे मजबूत रक्षा संबंधों को उजागर करने के लिए उत्साहित है. डिफेंस, ट्रेड और ट्रेनिंग में हमारा सहयोग हमारी बढ़ती रणनीतिक साझेदारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है.”

यू.एस. पैसिफिक एयर फोर्सेस के कमांडर जनरल केविन श्नाइडर, यू.एस. पैसिफिक एयर फोर्सेस के ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक टीग, यू.एस. मिशन इंडिया के सीनियर डिफेंस ऑफिशियल और कौंसुल जनरल क्रिस हॉजेस के साथ ही चेन्नई में यू.एस. कौंसुलेट जनरल चार्जे डी’अफेयर्स एंड्रयूज उनलोगों में हैं, जो यू.एस. डेलीगेशन में शामिल होंगे.

मजबूत और गहरे होते रक्षा संबंध: एयरो इंडिया 2023 के बाद से, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत ने रक्षा संबंधों को गहरा किया है, जिसमें टेक्नोलॉजी इनोवेशन, बड़े पैमाने पर व्यापार, और समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, लॉजिस्टिक्स, और आतंकवाद विरोधी अभियानों में बढ़े हुए सहयोग शामिल है. यू.एस. पैसिफिक एयर फोर्सेस के कमांडर जनरल केविन श्नाइडर ने कहा, “एयरो इंडिया 2025 यू.एस. डिफेंस प्लेन और इक्विपमेंट को प्रदर्शित करने के लिए एक सही प्लेटफॉर्म है.”

उन्होंने आगे कहा, “भारतीय और यू.एस. द्विपक्षीय रक्षा व्यापार में बढ़ोतरी ने सूचना साझा करने, संपर्क अधिकारियों और ट्रेनिंग एक्सरसाइज के माध्यम से दोनों देशों को बेहद करीब ले आया है. हमारे साझेदारी का महत्व बढ़ता जा रहा है, विशेष रूप से जब हम इंडो-पैसिफिक में एक जटिल हालात का सामना कर रहे हैं.” परोक्ष रूप से उनका इशारा चीन की तरफ था, जो इंडो-पैसिफिक में अमेरिका के लिए एक बड़ी चुनौती है.

एयरो इंडिया 2025 की मुख्य बातें: एयरो इंडिया शो में दर्शक यू.एस. में बने डिफेंस इक्विपमेंट और टेक्नोलॉजी को देख सकते हैं, जिसमें एफ-16, एफ-35, केसी-135 स्ट्रैटो टैंकर, और बी-1 बॉम्बर शामिल हैं. यूनाइटेड स्टेट्स एयर फोर्स बैंड ऑफ द पैसिफिक का 10-सदस्यीय समूह, जो जापान के योकोटा एयर बेस से है, पूरे सप्ताह एयरो इंडिया 2025 में जनता के सामने अपने एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन करेगा.

homenation

अमेरिका अपने घातक फाइटर जेट को भारत क्यों भेज रहा, क्या चीन से है कोई कनेक्शन?

[ad_2]

Source link

x