Fact Check: कुंभ मेले जा रही ट्रेन पर पत्थर फेंकने वाले को पुलिस ने पीटा?
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Fact Check: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में भूमि विवाद से जुड़ी घटना का वीडियो कुंभ मेले की ट्रेन पर पथराव से जोड़कर सोशल मीडिया पर गलत दावा किया जा रहा है. यह दावा झूठा है.
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कुंभ मेला जा रही ट्रेनों पर पथराव वालों को पकड़ने का वीडियो फेक.(Image:News18)
हाइलाइट्स
- सोशल मीडिया पर कुंभ मेले की ट्रेन पर पथराव का दावा झूठा है.
- वीडियो पश्चिम बंगाल के बीरभूम में भूमि विवाद से जुड़ा है.
- पुलिस ने बदमाशों को हिरासत में लिया, कुंभ मेले से संबंधित नहीं.
नई दिल्ली. पुलिस द्वारा एक शख्स की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ प्रसारित हो रहा है कि उस पर कुंभ मेले की ओर जा रही ट्रेन पर पत्थर फेंकने का आरोप है.
दावा: वीडियो में पुलिस कुंभ मेले के लिए जाने वाली ट्रेन पर पथराव करने के आरोपी शख्स की पिटाई करती दिख रही है.
फैक्ट: यह दावा झूठा है. वीडियो कुंभ मेले से संबंधित नहीं है. यह वास्तव में पश्चिम बंगाल के बीरभूम में भूमि विवाद से जुड़ी एक घटना का मामला है.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले को लेकर सोशल मीडिया पर गलत जानकारियां फैल रही हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने कुछ लोग एक शख्स की पिटाई कर रहे हैं जबकि दो महिलाएं उसे बचाने की कोशिश कर रही हैं. साथ ही दावा किया जा रहा है कि उस शख्स पर कुंभ मेले में जाने वाली ट्रेन पर पत्थर फेंकने का आरोप है.
एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ‘महाकुंभ में जाने वाली ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने वालों को दौड़ा-दौड़ा कर पकड़ा जा रहा है और उनकी पिटाई जारी है.’ जबकि न्यूज18 ने पाया कि यह दावा झूठा है. ये वीडियो पश्चिम बंगाल में एक जमीन विवाद से जुड़ा है.
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 28 जनवरी को प्रकाशित ईटीवी बांग्ला की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बीरभूम के सूरी शहर में भूमि विवाद लंबे समय से एक मुद्दा रहा है, जिसमें अपराधी अक्सर जमीन पर कब्जा करने के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं. 28 जनवरी को, दो हथियारबंद बदमाश जमीन हड़पने के लिए इलाके में घुसे, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और पीटा.
सूचना मिलने पर सूरी थाने के एसएचओ संचयन बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और दो बदमाशों को हिरासत में ले लिया. हालांकि, घटनाक्रम में चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब एक बदमाश ने बंद्योपाध्याय का कॉलर पकड़ लिया, जिसके बाद पुलिसकर्मियों को लाठीचार्ज करना पड़ा. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि पुलिस ने घटनास्थल से एक बन्दूक और कारतूस बरामद किए, अतिरिक्त बल तैनात किया और जांच शुरू की.
निष्कर्ष: साफ है कि सोशल मीडिया पर महाकुंभ की ओर जा रही ट्रेनों पर पथराव करने वाले लोगों की पिटाई का वीडियो फेक है.
This story was originally published by newsmeter.in and translated by hindi.news18.com.
New Delhi,Delhi
February 05, 2025, 22:22 IST