Farming News : कम लागत में करनी है बंपर कमाई, करें नींबू की इस किस्म की खेती-lemon-farming-to-earn-bumper-income-at-low-cost-cultivate-this-variety-of-lemon


जहानाबाद: भारत में खेती का ट्रेंड बदलता जा रहा है. किसान अब धान गेहूं की खेती के साथ साथ कम समय में ज्यादा मुनाफा देने वाली खेती पर ध्यान देना शुरू कर दिए हैं. बिहार में भी हाल कुछ ऐसा ही है. यहां के किसान की भी सोच बदल रही है. खेती के साथ मत्स्य पालन, बागबानी और डेयरी फार्मिंग कर रहे हैं. इससे उनकी कमाई संतुलित हो रही है. जहानाबाद के घोसी प्रखंड स्थित नंदना गांव निवासी 24 साल के युवा किसान प्रिंस भी 5 कट्ठा में नींबू की खेती कर रहे हैं.

5 कट्ठा में 100 से अधिक नींबू का पेड़
चूंकि पहले से पिताजी ही खेती कर रहे थे. इसमें फायदा देख प्रिंस भी अपने पिताजी का हाथ बटाने के लिए इस मैदान में आ गए. आज वह प्रखंड के अच्छे किसान में गिने जा रहे हैं. वह अपने खेत में कागजी नींबू का 100 से अधिक पेड़ लगा रखे हैं. करीब 5 कट्ठा में यह खेती चल रही है. दो साल पहले सभी पेड़ लगाया है. इससे उम्मीद है कि अच्छी कमाई होगी. बीसीए की डिग्री ले रखे प्रिंस मत्स्य पालन, बागबानी और धान गेहूं की खेती भी कर रहे हैं.

एक पेड़ से 5 किलो तक हो सकता है फलन
प्रिंस के पिता निर्भय बताते हैं कि बेटा ने सलाह दी तब जाकर बागबानी शुरू किया. हिसाब किताब करने पर भी बेहतर मुनाफा दिखा. धान गेहूं की खेती काफी मेहनत की चीज है. ऐसे में हमने खेती का ट्रेंड बदल दिया और अब नींबू की भी खेती करने लगे हैं. करीब 5 कट्ठा में कागजी नींबू लगा रखे हैं. वे कहते हैं कि दो साल में इसका पेड़ तैयार हो जाता है यानी फलन शुरू हो जाता है. शुरुआत में एक पेड़ से करीब 5 से 6 किलो फल निकल जाता है. हालांकि, जैसे जैसे पेड़ बड़ा होता है, वैसे वैसे फलन अधिक हो जाता है और करीब 20 से 25 किलो तक एक पेड़ से नींबू निकलने लगता है.

कम मेहनत में ज्यादा मुनाफा
किसान निर्भय ने लोकल 18 से बताया कि नींबू की खेती करने में लागत कम लगता है और उपज अधिक होता है. एक बार इसे लगा लिया तो आपको सिर्फ इसे ध्यान देने की जरूरत पड़ेगी. समय समय पर कीड़े से बचाने के लिए दवाई का छिड़काव करना पड़ता है. वे कहते हैं कि धान की खेती कभी हमें 5 कट्ठा से 5 क्विंटल उपज नहीं दे सकती है. हालांकि, नींबू की खेती ऐसी है कि कम मेहनत में भी अच्छी उपज हो सकती है. इसके लिए ज्यादा मैन पावर की भी जरूरत नहीं होती है. अन्य किसानों को भी कहना चाहेंगे कि आप धान गेहूं की खेती करें, लेकिन बदलते समय के साथ प्रयोग करना भी जरूरी है.

Tags: Agriculture, Bihar News, Local18



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