Fathers Day 2023: Father Son Relationship, How To Avoid Fights With Father – Fathers Day 2023: पापा और बेटे के बीच अक्सर मनमुटाव हो जाता है , जानिए कैसे रोका जा सकता है झगड़ा 


Father's Day 2023: पापा और बेटे के बीच अक्सर मनमुटाव हो जाता है , जानिए कैसे रोका जा सकता है झगड़ा 

Father-Son Relationship: जानिए पिता के साथ किस तरह सुधरेंगे संबंध. 

Father’s Day 2023: पिता सिर पर छत और रीढ़ के सहारे की तरह होते हैं. वे पापा ही हैं जो बेटे को पीठ पर उठाए मीलों दूरी तय कर लिया करते थे और वे पिता ही हैं जो अपनी इच्छाओं का गला घोंटकर बेटे के लिए खिलौने या साइकिल लाते थे. लेकिन, पिता और बेटे (Father-Son) के इस खास रिश्ते पर अक्सर ही समय की मार पड़ जाती है. बड़े होते-होते पापा और बेटे में दूरियां नजर आने लगती हैं और कभी-कभी पैसों को लेकर या किसी निजी बात पर लड़ाई-झगड़े होना शुरू हो जाते हैं. इस फादर्स डे क्यों ना पापा के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाया जाए. यहां कुछ ऐसी ही बातें दी जा रही जिन्हें ध्यान में रखकर इस आयदिन होने वाले लड़ाई-झगड़ों से परहेज किया जा सकता है. 

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पिता के साथ झगड़ने से कैसे करें परहेज | How To Prevent Fighting With Father

अपने शब्दों पर दें ध्यान

इस बात का खास ख्याल रखना जरूरी है कि आप अपने पिता के साथ अगर किसी बात की चर्चा कर रहे हैं या फिर लड़ाई की स्थिति बन रही है तो अपने शब्दों को अपमानजनक (Disrespectful) ना बनाएं. कई बार व्यक्ति जाने-अनजाने ऐसी बहुत सी बातें कह देता हैं जो लड़ाई का कारण तो बनती ही हैं साथ ही लड़ाई के बाद भी इन बातों को वापस नहीं लिया जा सकता और उम्र भर यही बातें मन को ठेस पहुंचाती हैं. 

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गुस्सा आने पर करें ये 

जब भी पिता की किसी बात पर आपको गुस्सा आने लगे तो उन्हें उल्टा जवाब देने के बजाय कोशिश करें कि आप किसी और काम में रम जाएं या घर से कुछ देर बाहर टहलने निकलें. इससे आपका गुस्सा शांत होगा और अगर पिता कुछ कह भी रहे हैं तो उस बात से आपको गुस्सा आना रुकेगा. 

बात करने में है समझदारी 

कई बार गुस्सा आने पर बेटे पिता से बात करने के बजाय अपने गुस्से (Anger) को खुदपर हावी होने देते हैं और चीखना-चिल्लाना करके झगड़ा बढ़ाते हैं. अगर आपको अपने पिता की किसी बात से तकलीफ होती है तो उन्हें समझाने की कोशिश करें और यह कहने के बजाय कि वे आपकी कभी नहीं सुनते या आपको समझ नहीं सकते उनसे सचमुच बात करें. आखिर पिता का दिल भी मोम सा ही होता है, वे बस बाहर से कड़क दिखाई देते हैं. 

बाउंडरीज का रखें ध्यान 

कई बार लड़ाई (Fight) का कारण यह होता है कि बेटे पिता के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा देते हैं जिससे पिता को दुख पहुंचता है और गुस्सा आता है. इससे पिता और बेटे के बीच लड़ाई होने लगती है. इसलिए बेटे होने के नाते आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि आप कुछ ऐसा ना करें या ना कहें जिससे पिता के मन में कुछ चुभे. 

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