Former Prime Minister Deve Gowdas Son Revanna Is Looking For Answers To Sexual Harassment Allegations In Rituals. – पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के बेटे रेवन्ना यौन उत्पीड़न के आरोपों की काट अनुष्ठान में ढूंढ़ रहे
उन्होंने कहा कि उनको नोटिस की सामग्री के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन वह अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे. रेवन्ना ने कहा, ‘‘मेरे पास इन साजिशों का मुकाबला करने की क्षमता है. मैं इसका (जांच) सामना करूंगा. परेशानी की कोई बात नहीं है. मैंने कुछ गलत नहीं कहा. मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं और इसके खिलाफ कानूनी रूप से लड़ाई लड़ूंगा.”
सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं इसके बारे में बात नहीं करूंगा.” इस बीच एसआईटी ने मामले की जांच के लिए तीन टीम गठित की है.
होलेनारसिपुरा से जद (एस) के विधायक एच. डी. रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के संरक्षक एच. डी. देवेगौड़ा के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के बड़े भाई हैं.
यौन आरोपों से घिरे प्रज्वल, एच. डी. रवन्ना के बेटे हैं और जद (एस) से हासन से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. जद (एस) कर्नाटक में राजग का सहयोगी दल है.
चुनाव से ठीक पहले कथित तौर पर उनसे संबंधित बड़ी संख्या में अपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी के अनुरोध पर एसआईटी का गठन किया.
एच. डी. रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल रवन्ना के खिलाफ उनकी पूर्व रसोइया और रिश्तेदार की शिकायत पर होलेनारसिपुरा में कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है.
महिला ने आरोप लगाया है कि प्रज्वल ने उनकी बेटी को वीडियो कॉल करके आपत्तिजनक तरीके से बात की, जिसके कारण उसने उन्हें ‘ब्लॉक’ कर दिया. हासन जिले में रेवन्ना के आवास पर पुजारी सुबह से ही अनुष्ठान करने में व्यस्त थे, ताकि उनके परिवार पर आई ‘विपत्ति’ को दूर किया जा सके. रेवन्ना का देवी-देवताओं, अनुष्ठानों और ज्योतिष पर भरोसा जगजाहिर है.
एक बार जद (एस) विधायक को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर हाथ में नींबू पकड़े देखा गया था. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नींबू में किसी भी व्यक्ति पर किए गए किसी भी प्रकार के जादू-टोने को दूर करने का गुण होता है.
कभी-कभी उन्हें अपनी मनोकामना पूरी होने की मन्नत के तहत नंगे पैर चलते हुए भी देखा जाता था. जब वह कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जद(एस) की गठबंधन सरकार में लोक निर्माण मंत्री थे तब एक ज्योतिषी ने उन्हें बेंगलुरु स्थित उनके घर में न रहने की सलाह दी थी, क्योंकि यह उनके दुर्भाग्य का कारण बनेगा, इसके बाद वह 350 किमी दूर स्थित होलेनारसिपुरा से बेंगलुरु आते-जाते थे. कोई भी उनके ललाट पर चौड़े ‘तिलक’, गले की रुद्राक्ष माला और उंगलियों में रत्न जड़ित अंगूठियों को नहीं भूल सकता.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)