from Yogi Adityanath to Farooq Abdullah NSG commandos are deployed for the security of these leaders


देश भर में बड़े औदे पर काबिज लोगों पर खतरे को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से सिक्‍योरिटी प्रोवाइड कराई जाती है. जिसमें राजनेताओं से लेकर देश के कुछ बड़े दिग्‍गज को सिक्‍योरिटी दी जाती है. यह सिक्‍योरिटी लोगों को सुरक्षा के लिहाज से अलग-अलग कैटेगरी में दी जाती है. यह सिक्‍योरिटी X,Y,Z,Z+ कैटेगरी में VVIP और अन्‍य लोगों को दिया जाता है. 

X से लेकर Z+ कैटेगरी में अलग-अलग विभाग के सुरक्षाकर्मियों और कमांडो को लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाता है. 6 तरीके के सिक्‍योरिटी कैटेगरी में NSG कमांडो को भी कुछ कैटेगरी में तैनात रखा जाता है. आइए जानते हैं किन-किन कैटेगरी में NSG कमांडो को रखा गया है और अभी किन-किन नेताओं की सुरक्षा में एनएसजी कमांडो तैनात हैं? 

किन-किन कैटेगरी में तैनात रहते हैं NSG कमांडो? 
एनएसजी का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर वीआईपी और वीवीआईपी, खासकर Z+ कैटेगरी लोगों की सुरक्षा के लिए किया जाता है. कई NSG कमांडो को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) में भेजा जाता है, जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा करता है. ज्‍यादातर NSG और SPG कमांडो पहले ही अर्धसैनिक बलों या स्‍पेशल फोर्स में सेवा दे चुके होते हैं. 

इन नेताओं की सुरक्षा में तैनात हैं NSG कमांडो
जिन वीआईपी लोगों को अभी तक एनएसजी कमांडो सुरक्षा दे रहे हैं, उन लोगों की लिस्ट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह शामिल हैं. NSG में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हैं.

कितने तरह की दी जाती है सिक्‍योरिटी? 
भारत में VIP और VVIP लोगों को खतरे से बचाने के लिए सुरक्षा प्रोवाइड की जाती है, जो देश की सुरक्षा एजेंसियां देती हैं. खतरे के हिसाब से स्‍पेशल लोगों को 6 तरह की सिक्‍योरिटी दी जाती है. इसमें X, Y, Y+, Z, Z+ और SPG कैटेगरी की सुरक्षा शामिल है.                                                                                                          

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