G20 Summit 2023 In India Pm Narendra Modi Delhi Declaration Adopted By All Member Nations Key Points – G20 Summit 2023: दिल्ली घोषणा पत्र जी-20 समिट में पास, जानें किस बात पर है फोकस?
नई दिल्ली:
भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में G20 समिट (G20 Summit 2023)जारी है. समिट के पहले ही दिन शनिवार (9 सितंबर) को साझा घोषणा पत्र (Delhi Declaration) पर सहमति बन गई है. शनिवार को दूसरे सेशन की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बतौर अध्यक्ष यह जानकारी दी. उन्होंने सभी सदस्य देशों की सहमति से नई दिल्ली डिक्लेरेशन पाारित कर दिया. वहीं, अफ्रीकन यूनियन को G20 का नया सदस्य बनाया गया है. यूनियन को सदस्यता मिलने से अफ्रीका के 55 देशों को फायदा होगा.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया, “हमारे टीम के हार्ड वर्क से और आप सभी के सहयोग से नई दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणा पत्र पर आम सहमति बनी है.” उन्होंने कहा, “मेरा प्रस्ताव है कि इस लीडर्स डिक्लेरेशन को भी एडॉप्ट किया जाए. मैं इस डिक्लेरेशन को एडॉप्ट करने की घोषणा करता हूं.” उन्होंने कहा, “इस अवसर पर मैं हमारे मंत्रीगण, शेरपा और सभी अधिकारियों का हृदय से अभिनंदन करता हूं. जिन्होंने अथाह परिश्रम करके इसे सार्थक किया है.”
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‘दिल्ली घोषणापत्र’ पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “यह एक बहुत ही मैच्योर और इंटेलिजेंट ड्राफ्ट है. इसका अंत ‘यह युद्ध का युग नहीं है’ के साथ होता है. यही मोदी विकास मॉडल है. इसे एक प्रमुख मील के पत्थर के रूप में याद किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने NDTV से कहा, “कोविड के बाद की दुनिया अलग है और मुश्किलों से भरी हुई है. यह घोषणापत्र अन्य बहुपक्षीय संस्थानों को प्रोत्साहन देगा.”
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नई दिल्ली नेताओं की घोषणा पर जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि पहले ही दिन दिल्ली घोषणा पत्र पारित करा लेना भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि है. ये आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली घोषणापत्र मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास पर आधारित है. यह घोषणापत्र एसडीजी पर प्रगति में तेजी लाना, सतत भविष्य के लिए हरित विकास समझौता, 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थान, बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित है.
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समिट के पहले सेशन में प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकन यूनियन को G20 का स्थायी सदस्य बनाने का प्रस्ताव रखा. बतौर अध्यक्ष PM मोदी ने जैसे ही इसे पारित किया, अफ्रीकन यूनियन के हेड अजाली असोमानी जाकर PM मोदी के गले लग गए. भारत के प्रस्ताव का चीन और यूरोपियन यूनियन ने भी समर्थन किया. यूनियन को मेंबरशिप मिलने से अफ्रीका के 55 देशों को फायदा होगा.
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पीएम मोदी ने अफ्रीकन यूनियन का स्वागत करते हुए कहा कि अफ्रीकन यूनियन के आने से जी20 परिवार को मजबूती मिली है. हम ऐसी साझेदारियों को मजबूत करेंगे, जो सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दें, जिससे एक बेहतर ग्रह का निर्माण हो सके. पहले रूस-यूक्रेन के मुद्दे को लेकर इस घोषणापत्र को मंजूरी मिलने में दिक्कतें आ रही थीं, हालांकि बाद में भारत ने घोषणापत्र के पैराग्राफ में बदलाव किए, जिससे इसे मंजूरी मिलने में आसानी हुई.