गलवान में जान कुर्बान करने वाले कर्नल संतोष बाबू की पत्नी को सरकार ने बनाया डिप्टी कलेक्टर

हैदराबाद: 

जून में लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की हुई झड़प (Galwan Clash) में अपनी जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) की पत्नी को सरकार ने डिप्टी कलेक्टर बनाया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने उनकी पत्नी संतोषी बाबू को बुधवार को उनका नियुक्ति पत्र दिया. इसके लिए बुधवार को राज्य के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में लंच का आयोजन किया गया था, जहां संतोषी बाबू को उनका अप्वॉइंटमेंट लेटर दिया गया. इसके अलावा कलेक्टर श्वेता मोहंती ने उन्हें 711 वर्ग मीटर की जमीन के कागज़ात भी सौंपे. उन्हें हैदराबाद के रिहायशी इलाके बंजारा हिल्स में ये जमीन दी गई है. संतोषी बाबू का चार साल का बेटा और एक आठ साल की बेटी है.

मुख्यमंत्री केसी राव ने कहा कि संतोषी बाबू की नियुक्ति बस हैदराबाद और उससे लगे इलाकों में ही होनी चाहिए. उन्हें काम का प्रशिक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री स्मिता सभरवाल को जिम्मेदारी दी गई है. केसी राव ने यह भी कहा कि उनकी सरकार कर्नल बाबू के परिवार के साथ हमेशा खड़ी रहेगी.

इसके पहले जून में मुख्यमंत्री परिवार के हैदराबाद से 130 किलोमीटर दूर सूर्यापेट के घर में मिलने आए थे. उस वक्त उन्होंने संतोषी बाबू की राज्य सरकार में ग्रुप-I के सर्विस अफसर के तौर पर नियुक्ति की थी और परिवार को पांच करोड़ की आर्थिक सहायता भी दी गई थी. 

बता दें कि 39 साल के कर्नल संतोष बाबू उन 20 भारतीय जवानों में से एक थे, जिनकी 15 जून की रात को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में जान चली गई थी. दोनों देशों के बीच पिछले पांच दशकों में ऐसी कोई सैन्य झड़प नहीं हुई थी. संतोष बाबू 16वीं बिहार रेजीमेंट में कमांडिंग ऑफिसर थे. उनके पिता ने बताया था कि उन्होंने 2004 में आर्मी जॉइन किया था और सबसे पहले उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में हुई थी.

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