General Budget 2025 Finance Minister Nirmala Sitharaman Income of Rs 12 lakh is tax free in India know in which countries one does not have to pay even a single penny of tax


केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया है. इस दौरान उन्होंने देश के लाखों इनकम टैक्स पेयर्स को बड़ी सौगात दी है. दरअसल वित्त मंत्री ने इनकम टैक्स छूटी की सीमा बढ़ाकर 12 लाख रुपये करने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री के इस ऐलान के बाद टैक्सपयर्स की बचत होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के किन देशों में टैक्स नहीं लगता है. आज हम आपको उसके बारे में बताएंगे.

12 लाख की इनकम तक टैक्स फ्री

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स पेयर्स को बड़ी राहत दी है. वित्त मंत्री ने कहा कि सालाना 12.75 लाख रुपये तक कमाने वालों को अब कोई भी इनकम टैक्स नहीं देना होगा. वहीं इसमें 75 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी शामिल है. सीतारमण ने कहा कि 18 लाख रुपये तक की सालाना इनकम वाले टैक्सपेयर्स को 70,000 रुपये की बचत होगी, जबकि 25 लाख तक 1.10 लाख रुपये की बचत होगी. 
सीतारमण ने कहा कि आईटीआर और टीडीएस की सीमा बढ़ाई गई है। टीडीएस की सीमा बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गई है. वहीं टैक्स डिडक्शन में बुजुर्गों के लिए भी बड़ी घोषणा की गई है. हालांकि सालाना 12.75 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स में छूट उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिनकी आय सिर्फ सैलरी से होगी. अगर वे शेयर मार्केट या किसी और माध्यम से कमाई करते हैं, तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा. इसी स्थिति में टैक्स पेयर्स को टैक्स देना पड़ेगा.

इन देशों में नहीं लगता है टैक्स

बता दें कि दुनियाभर के कई ऐसे देश हैं, जहां पर टैक्स नहीं लगता है. इन देशों में संयुक्त अरब अमीरात का नाम सबसे ऊपर आता है. यहां सरकार देश की जनता से किसी भी तरह का कोई व्यक्तिगत टैक्स नहीं लेती है.

बहरीन में भी सरकार टैक्स नहीं लेती है. यहां की सरकार भी यूएई की तरह ही डायरेक्ट टैक्स की जगह अप्रत्यक्ष करों और अन्य शुल्कों पर निर्भर रहती है. इसके अलावा कुवैत में भी सरकार जनता से टैक्स नहीं लेती है. इसके अलावा सऊदी अरब में भी जनता से टैक्स नहीं लिया जाता है. यहां की जनता को अपनी कमाई का एक भी हिस्सा टैक्स के रूप में नहीं देता होता है. 

यहां भी जनता को नहीं देना होता है टैक्स

द बहमास देश वेस्टर्न हेमिस्फीयर में पड़ता है. इस देश की खास बात है कि यहां रहने वाले नागरिकों को इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है. इसके अलावा ओमान के नागरिकों को भी टैक्स नहीं देना होता है. वहीं कतर की इकोनॉमी भी तेज पर निर्भर है. यहां भी जनता की कमाई से टैक्स नहीं लिया जाता है.

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