Government organising Parakh Rashtriya Sarvekshan Survey to understand level of schooling and education under national education policy to do improvements


केंद्र सरकार और एनसीईआरटी देशभर के चुनिंदा स्कूलों में 4 दिसंबर को परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 का आयोजन कराएगा. इस सर्वेक्षण में विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों के कक्षा तीन, छह व नौ के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे. आइये जानते हैं इस सर्वेक्षण में और क्या-क्या होगा..

चुनिंदा स्कूलों में होगा सर्वे 

यह सर्वेक्षण राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा. हालांकि इसमें देशभर के चुनिंदा विभिन्न केंद्रीय, सरकारी व अर्ध सरकारी, सरकार द्वारा वित्त पोषित और निजी स्कूलों के बच्चे भाग लेंगे. इस सर्वेक्षण को लेकर शिक्षा निदेशालय की ओर से एक सर्कुलर जारी किया जा चुका है. इस सर्कुलर में सभी स्कूलों को सर्वेक्षण से संबंधित सभी तरह की जानकारियां दी गई है.

4 दिसंबर को होगा सर्वेक्षण 

4 दिसंबर को होने वाले इस सर्वेक्षण के दौरान सभी स्कूल खुले रहेंगे. साथ ही सर्वेक्षण के अलावा बाकी किसी भी तरह की कोई भी गतिविधि उस दिन स्कूलों में नहीं होगी. शाम की शिफ्ट में चलने वाले स्कूलों को भी निर्देश देकर सुनिश्चित करने को कहा गया है कि उनके टीचर, संस्थान के प्रमुख और कक्षा तीन, छह व नौ के छात्र-छात्राएं मॉर्निंग शिफ्ट में सर्वेक्षण के लिए मौजूद रहें.

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टीचरों को भी किया गया शामिल 

इस सर्वेक्षण में एक ओर जहां स्कूली बच्चों को शामिल किया गया है. वहीं, चुनिंदा स्कूलों व चुनिंदा कक्षाओं के टीचरों को भी टीचरों के क्वेश्चनायर कंप्लीट करने और शिक्षण संस्थान के मुखिया को स्कूल क्वेश्चनायर के उत्तर देने होंगे. इस दौरान ऑब्जर्वर और इन्वेस्टिगेटर की टीम स्कूल में औचक निरीक्षण कर इस सर्वेक्षण का सुपरविजन करेंगे. शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार सर्वे के लिए सिर्फ ब्लू या ब्लैक बॉल पॉइंट पेन का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा. सभी तरह के सर्वे मटेरियल, ओएमआर शीट, क्वेश्चन बुकलेट सर्वे पूरा होने के बाद इन्वेस्टिगेटर और ऑब्जर्वर को वापस करना होगा.

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विशेष बच्चों के लिए आधा घंटे का समय और

सर्कुलर के अनुसार जिन स्कूलों में विशेष जरूर वाले बच्चे पढ़ते हैं, वहां पर बच्चों को इस सर्वेक्षण के दौरान अतिरिक्त 30 मिनट देने के लिए भी कहा गया है. सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि इस नेशनल लेवल स्टडी और डिस्ट्रिक्ट लेवल रिपोर्टिंग के दौरान किसी भी स्कूल का दूसरे स्कूल से तुलनात्मक स्कोरिंग या रैंक तैयार नहीं की जाएगी.

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